आज़ हम जिस घटना के बारे में बताने वाले हैं उसे घटना को पढ़कर आप दंग रह जाएंगे। अप के हमीरपुर जिले में मासूम बच्चों के खेल खेल में पिस्तौल से चली गोली दो साल के मासूम को गोली लग गई। उसके बाद परिजन उसे लेकर तुरंत अस्पताल भागे जहां डोक्टरों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया। लेकिन अस्पताल में जब मैं मेमो लिखा जा रहा था तो परिवार ने बच्चे के शव को गायब कर दिया।
इस बात से अस्पताल में अफरा तो फ्री मच गई सूचना के बाद अनन-फानन में पुलिस पहुंची और बच्चे के पिता पुलिस ने कई सारी पूछताछ की। लेकिन बच्चे के बिताने गोल गोल जवाब दिए। उसके बाद पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। सूत्र अनुसार जानकारी मिली थी कि थाना विवाह के उमरी गांव निवासी ग्राम विकास अधिकारी शीवराम कुशवाहा के 2 साल के पुत्र को लाइसेंस पिस्तौल से गोली लग गई थी|
परिजन बच्चे को लेकर जिला अस्पताल भागने लगे लेकिन परिवार अस्पताल पहुंचते ही बच्चे की मौत हो चुकी थी। परिजन बयान बदलकर एक बयान जारी किया कि बच्चे की गिरने से मौत हो चुकी है। अस्पताल में मासूम बच्चे की मौत का मेमो कोतवाली भेजा जा रहा था इसी दौरान परिवार के सदस्यों ने बच्चे के शव को गायब कर दिया। इसी समय ड्यूटी पर बैठे स्टाफ के लोगों ने हडखंप मचा दिया और यह शव को गायब करने वाली बात पुलिस को बता दी।
तुरंत पुलिस वहां मौके पर पहुंची और शव ढूंढा। पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और अभी भी पुलिस इस मामले के आगे जांच कर रही है। दीवार के क्राइम इंस्पेक्टर चित्रसेन ने बताया की बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जो भी कुछ हुआ वह सब अनजाने में बच्चों के बीच हुआ है।