पनी महेनत और लगन से सब लोग आगे बढ़ते है. जिन्हें मौक़ा मिल जाता है वो अपनी ही नहीं दूसरों की भी ज़िन्दगी में सकारात्मक बदलाव लाने में जुट जाते हैं. चाहे वो पंचायत चुनाव जीतकर गांव की तस्वीर बदलना हो या फिर UPSC पास करके एक ज़िले की.
आज मिलते हैं ऐसे 4 IAS अफसरों से
1. रोमन सैनी
जयपुर, राजस्थान के रोमन सैनी ने 2013 में UPSC की परीक्षा दी थी और सिर्फ़ 22 साल की उम्र में 18वां रैंक हासिल किया था. IAS रोमन सैनी के सिर पर एक समय पर देश के सबसे यंगेस्ट IAS अफ़सर का ताज था. IAS रोमन सैनी को सबसे पहले जबलपुर, मध्य प्रदेश (Jabalpur, Madhya Pradesh) के सहायक कलेक्टर का पद दिया गया.
2. अम्रुतेश औरंगाबादकर
पुणे, महाराष्ट्र के अम्रुतेश औरंगाबादकर ने 2011 में UPSC की परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में 10वां रैंक हासिल कर लिया. प्राप्त माहिती के अनुसार उनके पिता ग्राउंडवॉटर सर्वे डिपार्टमेंट में काम करते थे, अपने पिता को ईमानदारी से काम करता देख अम्रुतेश के मन में भी देश सेवा की भावना जगी.
3. अनन्या सिंह
अनन्या सिंह प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के रहेनेवाले हैं, क्लास में हमेशा टॉप किया, 10वीं और 12वीं में उन्होंने ज़िले में सबसे ज़्यादा अंक हासिल किए थे. स्कूल की पढ़ाई ख़त्म करके वे दिल्ली आ गई और दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रैजुएशन किया. 2019 में उन्होंने UPSC की परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में 51 रैंक प्राप्त किया.
4. स्वाति मीणा
पैट्रोल पंप चलाने वाली मां की इस बेटी ने बचपन से डॉक्टर बनने का सपना देखा, लेकिन 8वीं क्लास तक आते आते उनका ये सपना बदल गया. स्वाति मीणा राजस्थान से है और उन्होंने अपनी पढ़ाई अजमेर से पूरी की. मां की चचेरी बहन के चेहरे पर अधिकारी बनने की ख़ुशी देखकर स्वाति को भी अधिकारी बनने की प्रेरणा मिली. 2007 में स्वाति ने UPSC परीक्षा दी और 260 रैंक प्राप्त किया. मध्य प्रदेश कैडर के लिए चुनी गईं स्वाति मीणा एक निडर और दबंग अधिकारी के रूप में उभर कर सामने आईं.