हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा- कब थामेंगे बीजेपी का दामन? Trishul News के पास आई एक्सक्लूसिव जानकारी

गुजरात: हार्दिक पटेल ने आज सुबह कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और सभी गुजरातियों और कांग्रेसियों को एक ट्वीक दिया.यह अफ़सोस की बात है कि…

गुजरात: हार्दिक पटेल ने आज सुबह कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और सभी गुजरातियों और कांग्रेसियों को एक ट्वीक दिया.यह अफ़सोस की बात है कि हार्दिक पटेल को कुर्सी पर बैठाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को अब कुर्सी साफ करनी होगी.

Trishul News को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक हार्दिक पटेल ने अब बीजेपी में शामिल होने का मन बना लिया है. इससे पहले दिन में Trishul News ने भविष्यवाणी की थी कि, अमित शाह के साथ बैठक के बाद हार्दिक पटेल ने भाजपा की मदद करने का वादा किया था और अपने विधानसभा टिकट के लिए वादा भी किया था और अगले पांच दिनों में हार्दिक भाजपा का दुपट्टा पहनेंगे। गांधीनगर के कमलम में भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के एक नेता के हाथ।

हार्दिक पटेल ने कहा की, आज मैं बड़ी हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के सभी पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं भी मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में समग्र गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊँगा। जनता से मिले प्रेम का ऋण चुकाने के लिए मैं सदैव प्रयास करता रहूँगा।

हार्दिक पटेल खुद अपने करीबी सहयोगियों को फोन कर कह रहे हैं कि कांग्रेस ने पाटीदारों को कुछ नहीं दिया और कांग्रेस पाटीदारों के लिए कुछ नहीं कर सकती. मनोज पानारा ने कभी हार्दिक पटेल के साथ मिलकर दावा किया है कि 2017 में 25 टिकटों का व्यापार करने वाले हार्दिक पटेल को इस बार व्यापार टिकट नहीं मिला, इसलिए वह भाजपा में जा रहे हैं और उनका समाज से कोई लेना-देना नहीं है।

हार्दिक जहां पिछले कुछ समय से कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, वहीं उन्होंने दावा किया है कि राहुल गांधी का नाम लिए बिना लोगों और अपने नेताओं की आवाज सुनने के बजाय उन्हें अपने मोबाइल फोन में दिलचस्पी है। माना जाता है कि कांग्रेसियों ने भी कोशिश की है। उसे भड़काने के लिए

फिलहाल हार्दिक पटेल के साथ भाजपा में शामिल होने के लिए हार्दिक के समर्थन में कोई नेता आगे नहीं आया है, लेकिन हार्दिक ने मन बना लिया है कि उनके लिए विधानसभा में पहुंचने और नेता बनने का सबसे आसान तरीका भाजपा ही होगी.