फाल्गुन श्रीपंचमी : फाल्गुन का महीना अधिक महीनो से विशेष माना गया है। इस महीने की पंचमी को श्रीपदा कहा जाता है। ये पंचमी का कामनाओं कि सिद्धि के लिए और धन के रक्षण के लिए महत्व माना जाता है। इसलिए इस पंचमी को श्रीपदा कहा जाता है। पंचमी तिथि पर पंचम योग बनते हैं। माना जाता है कि इस दिन पूजा पाठ से लक्ष्मी माता की विशेष कृपा प्राप्त की जाती है। इस बार ये पंचमी आज सोमवार को मनाई जाएगी।
पंचमी तिथि के देवता कुबेर को माना गया है। और इसकी अमृतकला का पान स्वंय कामदेव करते हैं। ज्योतिष कमलनंदलाल से जानते हैं की इस दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए क्या करे।
इस दिन रंगों से मां लक्ष्मी का पूजन करना शुभ माना गया है। इस बार श्रीपदा पंचमी सोमवार के दिन है, जो मां लक्ष्मी के पूजन के लिए बेहद शुभ है। इस दिन महालक्ष्मी को अभ्रक यानि अबीर अर्पित करें। इसके बाद एक लाल रंग के कपड़े में इसे बांध लें। इसमें अबीर के साथ लाल रंग का गुलाल भी रखें। इसके बाद ॐ श्रीप्रदाय नम: मंत्र का जाप करते हुए इस पोटली को घर कि तिजोरी में छिपाकर रख दें। ऐसा करने से पूरा साल आपके यहां धन की कमी नहीं होगी।
पंचमी के दिन प्रातः स्नान कर सोने, तांबे या चांदी से लक्ष्मी जी की कमल के फूल सहित प्रतिमा की पूजा करें। पूजा करते हुए लक्ष्मी जी को अनाज, हल्दी, गुड़, अदरक आदि चढ़ाना चाहिए। लक्ष्मी जी को कमल का फूल, घी, बेल के टुकड़े आदि से हवन करें। इस प्रकार प्रतिमास एक वर्ष तक विधिवत लक्ष्मी जी की पूजा कर व्रत का उद्यापन कर देना चाहिए।
माँ लक्ष्मी की पूजा श्वेत या गुलाबी वस्त्र पहन कर करनी चाहिए। माँ लक्ष्मी की उस प्रतिकृति की पूजा करें जिसमें, वह गुलाबी कमल के पुष्प पर बैठी हों। साथ ही उनके हाथों से धन बरस रहा हो। मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम होगा। माँ लक्ष्मी के मंत्रों का जाप माला से करने पर वह तुरंत प्रभावशाली होता है।