अधूरे सपने को पूरा करने के लिए गर्भवती होने के बावजूद 22 किलोमीटर की दौड़ पूरी कर DYSP बनी यह महिला

हम कई ऐसी महिलाओं को देखते हैं जो अपने जीवन में आगे बढ़ने और सफल होने और देश में अपने परिवार का नाम बनाने के…

हम कई ऐसी महिलाओं को देखते हैं जो अपने जीवन में आगे बढ़ने और सफल होने और देश में अपने परिवार का नाम बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं, आजकल हर क्षेत्र में बेटियां आगे देखी जाती हैं, आज हम एक ऐसी महिला डीवाईएसपी के बारे में बात करेंगे। यह महिला DYSP इस समय केवड़िया में अपनी ड्यूटी कर रही थी।

इस महिला DYSP का नाम रितु राबा हे, रितु राबा ने अपनी पढ़ाई पूरी की और फिर नौकरी की तलाश शुरू की, रितु राबा को उस समय नौकरी नहीं मिली, तब रितु राबा ने अपने जीवन में आगे बढ़ने का फैसला किया और एक सरकारी नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत करने लगी। जिसके बाद रितु राबा को एक के बाद एक चार सरकारी नौकरी मिली।

उसके बाद रितु राबा ने वर्ष 2018 में डीवाईएसपी परीक्षा पास कर अपने अधूरे सपने को पूरा किया, रितु राबा सुरेंद्रनगर के बोराना की रहने वाली थी, रितु राबा ने राजकोट शहर से 12वीं की पढ़ाई पूरी की, उसके बाद रितु राबा ने एक प्राइवेट नौकरी के लिए इंटरव्यू दिया लेकिन उस समय रितु राबा का चयन नहीं हुआ था।

रितु राबा ने फिर अपने पिता के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए घर पर रहकर सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू की, रितु राबा ने तीन साल की कड़ी तैयारी के साथ एसपीआईपीए परीक्षा पास की और अच्छा स्कोर किया, जिसके बाद रितु राबा को मुख्य अधिकारी के रूप में पहली नौकरी मिली। उसके बाद भी रितु राबा ने तैयारी जारी रखी और डीवाईएसपी बनने के अपने अधूरे सपने को पूरा किया।

जब रितु राबा ने पहली बार डीवाईएसपी की वर्दी पहनी थी तो रितु राबा ने अपने उत्साह को रोक नहीं पाया था, रितु राबा गर्भवती होने पर उनके प्रशिक्षण में शामिल हो गईं, रितु राबा ने गर्भवती होने के बावजूद प्रशिक्षण के दौरान 22 किमी की दौड़ पूरी की, इसलिए रितु राबा सभी को बताती थीं लोगों को लगता है कि अगर आप कड़ी मेहनत करेंगे तो आपको निश्चित परिणाम मिलेंगे।