सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना के बागी विधायकों की अयोग्यता नोटिस को लेकर सोमवार को एक सुनवाई की है। नरहरि शिवाल लिए रोक लगा दी है साथी साथ उसने महाराष्ट्र में यथा स्थिति बना रखने की बात भी कई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने जांच के आदेश दिए थे उसमें डिप्टी स्पीकर महाराष्ट्र विधानसभा के सचिव और केंद्र को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इस फैसले के शिंदे गोट को बड़ी राहत मिली है और उसे उद्धव ठाकरे को घेरने के लिए 2 हफ्ते का और भी समय मिल गया है।
तभी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आगे की रणनीति को लेकर उद्धव ठाकरे और देवेंद्र पटेल मशीन से घर पर बैठक के हुई और उसमें शिवसेना के 5 विधायकों का पर्याप्त संख्या बल ना होने की स्थिति में कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवसेना वोट बीजेपी या राज्य पर मोदी फ्लोर टेस्ट के लिए कर सकते हैं इसलिए सभी तैयारी में रहते हैं।
दो बार इस्तीफा देना चाहते थे उद्धव ठाकरे लेकिन शरद पवार ने उसे रोक रखा
इसके पहले की बात करो तो सीएम उद्धव ठाकरे दो बार इस्तीफा देना चाहते थे। लेकिन शरद पवार ने उन्हें रोक लिया था। जानकारी के मुताबिक हाल ही में जब उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया पर आकर संबोधन दिया था कि उसी समय इस्तीफा देना चाहते थे वही शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने कहा था कि हम शिवसेना और बीजेपी की सरकार चाहते हैं। प्रदेश में बेहतर सरकार बनेगी तो बेहतर काम होगा अभी भेजो कम नहीं हो रहा है उन्होंने कहा कि भारत सरकार और पत्र में उद्धव ठाकरे सरकार को हार मान ली नहीं जाती है और इस्तीफा दे देना चाहिए।
बीजेपी के आदेश की सभी एमएलए मुंबई में ही रहा है
देवेंद्र फडणवसी के घर हुई बैठक के बाद बीजेपी के सभी विधायकों को मुंबई और मुंबई के आसपास रहने के आदेश मिल चुके हैं। सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि बीजेपी फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर सीधा राज्यपाल से संपर्क नहीं कर सकती बीजेपी को भरोसा है कि वह टेस्ट के बाद मौजूदा एनडीए सरकार गिर जाएगी।
कोर कमेटी की बैठक में नेताओं से कहा गया था कि वो कार्यकर्ताओं को तैयार रहते जब भी शिवसेना के भावी विधायक मुंबई लौट आएंगे बीजेपी के कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करेंगे।