बिहार की राजनीति में आज से एक नया अध्याय शुरू हो गया है, नीतीश कुमार ने 5 साल बीजेपी के साथ गठबंधन में रहने के बाद लालू यादव के बेटे तेजस्वी के साथ फिर से सरकार बनाई है.
Nitish Kumar takes oath as Bihar CM for 8th time, after he announced a new “grand alliance” with Tejashwi Yadav’s RJD & other opposition parties pic.twitter.com/btHWJURsul
— ANI (@ANI) August 10, 2022
गौरतलब है कि, आज नीतीश कुमार ने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, इससे पहले वे 5 बार भाजपा के समर्थन से और दो बार राजद की मदद से मुख्यमंत्री बन चुके हैं. खास बात यह है कि जदयू को कभी पूर्ण बहुमत नहीं मिला, फिर भी नीतीश कुमार हमेशा मुख्यमंत्री रहे हैं। नीतीश कुमार के साथ राजद के युवा नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. कार्यक्रम में लालू यादव की पत्नी रबडी देवी और तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री भी पहुंचीं
तेजस्वी यादव बने DyCM
Patna | RJD leader Tejashwi Yadav takes oath as Deputy CM of Bihar pic.twitter.com/mvhweGd1zt
— ANI (@ANI) August 10, 2022
वह 2000 में मुख्यमंत्री बने
एनडीए सरकार में बहुमत न होने के बावजूद बने मुख्यमंत्री, 7 दिन के भीतर गिर गई सरकार यूपीए ने बनाई सरकार
2005
2005 के चुनावों में, किसी भी गठबंधन को बहुमत नहीं मिलने के कारण, रामविलास पासवान के पास 29 विधायक थे, लेकिन वह एक दलित या मुस्लिम मुख्यमंत्री की मांग पर हठपूर्वक इस पद पर चढ़ गए, राज्य को छह महीने के लिए राष्ट्रपति शासन के तहत छोड़ दिया। फिर से चुनाव हुए और एनडीए सरकार में नीतीश कुमार सीएम बने
2010
एनडीए को प्रचंड बहुमत मिला और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने
2013
बीजेपी द्वारा नरेंद्र मोदी को पीएम पद के लिए नामित किए जाने के बाद नाराज नीतीश कुमार ने 17 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया।
2014
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार की पार्टी ने सीएम पद से दिया इस्तीफा
2015
मांझी को हटाकर जीतन राम फिर बने सीएम, राजद समेत पार्टियों के साथ लड़े चुनाव और बने सीएम
2017
जब लालू यादव के बेटे तेजस्वी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा तो उन्होंने इस्तीफा मांगा, नहीं तो गठबंधन तोड़ बीजेपी के साथ चले गए.
2020-22
भाजपा के साथ गठबंधन में लड़े और जीते चुनाव, 2022 में फिर छोड़ दिया