जब भारत की सुरक्षानिती की बात आती है तो हमारे NSA अजित डोवाल (NSA Ajit Doval ) जी का नाम सबसे उपर होता है। क्योंकि देश के ज़्यादातर महत्वपूर्ण सुरक्षा ओपरेश का वो हिस्सा रहे है। चाहे वो ओपरेशन ब्लु स्टार हो, कश्मीरी आतंकीओ के विरुद्ध है ओपरेशन हो या फिर मोदी सरकार की दो दो पाकिस्तान पर की गई स्ट्राईक हो।इसलिये वे भारत के 007 ही है।
आपको ये जानकर हैरानी होगी की हमारे अजित डोवाल जी सात-आठ साल तक पाकिस्तान में रहे है। वहाँ पर रहना था तो वहाँ की रहन सहन को भी शिखना था इसलिये वे पुर्ण मुस्लिम की तरह रहने लगे यहाँ तक की पुरी क़ुरान उर्दू ज़ुबान में याद कर ली थी। कही पर भी किसी को भी मिलते तो एक पाँच नमाज़ी मुस्लिम की तरह मिलते। सात आठ साल तक यह सिलसिला चलता रहा। भारत के लिए उपयोगी जानकारी पहुँचाते रहे।
लेकिन एक दिन जब वे मस्जिद में नमाज़ पढ़ कर बहार निकल रहे थे तब वहाँ पर एक मुस्लिम बुजुर्ग आकर उनको बोला की “तुम हिंदू हो!” अजित जी चौंक गये की उन्होंने उनको पहेचाना कैसे? बुजुर्ग ने कहा चूप चार मेरे पीछे आये।
अजित जी उनके पीछे चलते रहे एक बंध कमरा था वहाँ पर वे बुजुर्ग लेकर गए। फिर से वही बात दोहराई की तूम हिंदू हो! अजीत जी को ना चाहते हुए भी मानना पड़ा की हाँ, वे हिंदू है। लेकिन अजीत जी अचंबित थे की उन्होंने पहचाना कैसे? वे बुजुर्ग ने उनको कहा की “आप के कान में छिद्र है। जो हिंदू ही करवाते हैं मुस्लिम नहीं। या तो छिद्र बंद करवा दो या पाकिस्तान छोड़ दो।” अजीत जी ने उनको पुछा की “लेकिन आप में मुझे क्यों बचाया? आप तो मुसलमान हो।” तब उस बुजुर्ग ने कहा की “में भी हिंदू ही था। मुझे धर्म परिवर्तन करना पड़ा।” फिर बुजुर्ग वहाँ से चले गए।
यह था हमारे रियल जेम्स बोन्ड का क़िस्सा।