रोकडिया हनुमानजी मंदिर: गुजरात की भूमि एक पुण्य भूमि है और इसलिए हमारे गुजरात में लाखों पवित्र स्थान हैं जहां देवी-देवताओ का वास है। आइए आज जानते हैं Hanumanji के एक ऐसे ही पावन धाम के बारे में जहां दादा के दर्शन मात्र से ही भक्तों के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
रोकडिया हनुमान दादा यहां विराजमान हैं।दादा का यह मंदिर बोटाद के बरवाला में स्थित है।यह मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। हनुमान दादा के इस मंदिर के इतिहास की बात करें तो यह एक बंदर से जुड़ा है।
करीब 50 साल पहले यहां एक बंदर आया और बीमार हो गया। तो उसका इलाज किया गया और उसकी जान नहीं बची इसलिए इस बंदर की मौत के बाद उसके गांव के लोगों ने उसे समाधि दे दी। तब यहां पहले पेड़ था और फिर यहां दादाजी बस गए हैं। आज यहां हनुमान दादा का मंदिर है और जिन बच्चों को खांसी होती है वे दादा के आशीर्वाद से खांसी ठीक कर देते हैं। इस प्रकार दादा यहाँ ऐसे अनेक पर्चे भरते हैं और दादा भक्तों के कष्ट दूर करते हैं।
दादा के परचे बहुत हैं और रोज दादा एक नया परचा पुरते हैं। इस प्रकार दादा अपने भक्तों के कष्टों को दूर कर उनके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करते हैं। इसी प्रकार जो भक्त रोते हुए दादा के दर्शन के लिए आते हैं, वे सब भक्तों के हाथ यहाँ से घर जाते हैं। इस प्रकार दादा सभी भक्तों के मन की इच्छा पूरी करते हैं।
इस मंदिर की बात करें तो इस मंदिर का निर्माण 1978 में हुआ था। इस मंदिर में रामजी मंदिर, साईंबाबा मंदिर, महादेव मंदिर और चामुंडा माता मंदिर स्थित हैं, इस मंदिर में हजारों श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं। प्रत्येक पूनम के दिन बड़ी संख्या में भक्त इस मंदिर में आते हैं और दर्शन करके अपने जीवन में धन्य महसूस करते हैं।
रोकड़िया हनुमानजी के मंदिर में एक बेल का पेड़ भी है, इसलिए मंदिर में दर्शन करने आने वाले भक्त बेल के पेड़ में जल भी चढ़ाते हैं, इसलिए रोकड़िया हनुमानजी के मंदिर में दर्शन करने से उनके सभी दुख दूर होते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं .