न्यू दिल्ली : 1985 में फरवरी में, भारत के CAG ( कॉम्पट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया ) टी.एन.चतुर्वेदी ने बिहार सरकार के पशुपालन विभाग में हुई अनियमितताओ पर विस्तृत रिपोर्ट जारी किया था। सीएजी रिपोर्ट में पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा बनाई गई साजिश और विभाग के तहत पशुओ के लिए चारा खरीदने के लिए धन को बर्बाद करने के लिए एक अच्छी तरह से स्थापित तंत्र के बारे में चौकाने वाला घोटाला सामने आया था। तीन – चार साल में 279.34 करोड़ रुपये चारा खरीद ने के लिए लिये गये थे।
चारा घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के साथ कई बड़े नाम बहर आये थे। डोरंडा कोषागार से अवेध निकासी मामले में दोषी लालू यादव को आज CBI की विशेष अदालत सजा सुनाएगी। लालू यादव के अलावा चारा घोटाले के इस मामले में 37 अन्य दोषीयो को भी आज सजा सुनाई जाएगी। 15 फरवरी को इन सभी को चारा घोटाला के मामले में आरोपी ठ्हराया गया था। 15 फरवरी को अदालत ने 35 दोषियो को तीन-तीन साल की सजा सुनाई थी और 24 दोषियो को कोर्ट ने बरी कर दिया था। जिन दोषियो को तीन साल की साज हुई थी उन सभी को उसी दिन जमानत मिल गई थी।
लालू यादव को चारा घोटाले में पहले भी सजा हो चुकी है। उनको देवधर कोषागार से अवैध निकासी मामले में 3.5 साल की सजा, दुमका कोषागार से अवैध राशि के निकास के मामले में 5 साल की सजा, इसी तरह चायबासा और कोषागार दूसरी अवैध निकासी के मामले में कुल 12 साल की सजा हो चुकी है। लालू यादव अपनी कुल सजा से अधिक दिन जेल में रह चुके है। आज डोरंडा के चारा धोटाले मामले में CBI की अदालत द्वारा लेप्टोप और इंटरनेट के माध्यम से सजा सुनाई जाएगी।