माया गोविंद(Maya Govind) का निधन:कई बड़ी बड़ी फिल्मो में अपना सुरीला आवाज देने वाली माया गोविंदजी का निधन हो गया है। ‘साजन को’ फिल्म ‘काजरे की बाती’, ‘अंखो में बस हो तुम’, ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’, ‘तेरी मेरी प्रेम कहानी’ और ‘रानी’ में अभिनय कर चुकीं गीतकार माया गोविंद ने ‘चेहरे वाले’ जैसे कई सदाबहार गाने लिखे थे। उनके निधन की खबर ने बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री को अक बाडा शोक लगा है . 80 साल की माया गोविंद ने आज अपने घर पर अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कह दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से वो बीमार थी।
गीतकार माया गोविंद के निधन से न केवल हिंदी सिनेमा(Hindi cinema) में ही नहीं बल्कि टीवी पर भी शोकच गया है। हर कोई उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना कर रहा है। पता चला है की उनके दिमाग में खून का थक्का जमने के कारण उन्हें जनवरी में अस्पताल में भर्ती किया गया था, कुछ दिनों तक उनका इलाज किया गया और फिर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन जीवन के इस पड़ाव पर वे इससे उबर नहीं पाईं। माया गोविंद का पवन हंस कब्रिस्तान, विले पार्ले वेस्ट, मुंबई में अंतिम संस्कार किया गया।
माया गोविंद के बेटे अजय गोविंद अपनी सेहत से जुड़ी जानकारी साझा कर रहे थे। कुछ देर पहले एक चैनल से बात करते हुए उन्होंने बताया की उनकी मां को पहले फेफड़ों में संक्रमण हुआ और फिर उनके दिमाग में खून का थक्का जम गया। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उनका घर पर ही इलाजचल रहता उस बिच उनका निधन होगया।
माया गोविंद फिल्म इंडस्ट्री की इकलौती ऐसी गीतकार थीं, जिन्होंने फिल्मों और टीवी सीरियल्स के लिए गानों के अलावा कई किताबेंभी लिखी हैं। उन्हें पहला ब्रेक निर्माता-निर्देशक आत्मा राम ने अपनी फिल्म ‘आरोप’ में दिया था। 1979 की फिल्म सावन को आने दो से कजरे की बाती ने माया गोविंद को बहुत लोकप्रिय बना दिया।