हमारे गुजरात के लोगों की देवी-देवताओं में बहुत आस्था है इसलिए गुजरात में देवी-देवताओं के कई मंदिर हैं, जहां हर दिन कुछ न कुछ नए परचे देखने को मिलते हैं। गुजरात के हनुमान दादा पर भी उनकी गहरी आस्था है। आज हम आपको ऐसे ही एक दूर दिमाग के बारे में बताएंगे। मंदिर को गोलिबार हनुमान दादा के मंदिर के रूप में जाना जाता है।
यह मंदिर भावनगर में स्थित है इस मंदिर में जहां दादा बैठे हैं, वहां सैनिकों के पतंगों का समय था और उस समय भावनगर में हनुमान दादा बैठे थे, आज दादा का मंदिर बनाया गया है।
भक्तों ने इस मंदिर का नाम गोलिबार हनुमानजी रखा है। जिसमें आज हनुमान दादा के चरणों में शीश झुकाने के लिए दूर-दूर से भक्ति आती है।
दादा के दर्शन मात्र से भक्तों के सारे दुख दूर हो जाते हैं।इस मंदिर में कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं। शनिवार को दादा के इस मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
इस मंदिर को गोलिबार हनुमान दादा इसलिए कहा जाता है क्योंकि हनुमान दादा भगवान राम के वीर योद्धा थे। आज भी दादाजी ऐसे कई दुखों को देखकर ही सारे दुख दूर कर देते हैं। साथ ही दादा भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। आज भी दादा के दर्शन के लिए लोग दूर दूर से आरहे है |