आज ही सूर्यास्त के समय करें यह काम – आपकी कुंडली में से अकाल मृत्यु हो जायेगा दूर

शनि जयंती ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमास के दिन मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन सूर्य और छाया के संयोग से…

शनि जयंती ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमास के दिन मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन सूर्य और छाया के संयोग से शनिदेव का जन्म हुआ था। इस दिन छोटे-छोटे उपायों से आप अपनी शनि संबंधी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। इस बार 30 साल बाद शनि जयंती पर भी अद्भुत संयोग हो रहा है। ऐसे में अगर आप जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आज कुछ खास उपाय करने से काफी फायदा हो सकता है। ये सभी उपाय सूर्यास्त के बाद करें तो बेहतर होगा।

30 साल बाद अद्भुत संयोग हुआ है इस बार 
इस बार शनि जयंती पर अद्भुत संयोग बन रहा है। इस दिन सुबह 7:13 बजे से शाम 5:27 बजे तक सिद्धि योग रहेगा. वहीं शनिदेव अपने स्वराशि कुंभ में होंगे, ज्योतिषियों का कहना है कि ऐसा संयोग करीब 30 साल बाद हो रहा है।

बार-बार दुर्घटनाएं होनेसे बचेगे आप 
अगर आपको बार-बार दुर्घटनाएं होती हैं या आपके पैरों और हड्डियों में चोट लगती है। यदि दुर्घटना का खतरा हो और वाहन अक्सर क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो शनि जयंती की शाम को बाएं हाथ की मध्यमा उंगली पर लोहे की अंगूठी पहनें। सरसों के तेल को देखकर इसकी छाया का दान करें। अकाल मृत्यु के योग को कम करने में भी यह उपाय लाभकारी है। इसका अर्थ यह हुआ कि यदि आपकी कुंडली में अकाल मृत्यु का योग है तो इस उपाय से आप इस योग के प्रभाव को नष्ट कर सकते हैं।

संतान प्राप्ति में समस्या का हल मिलेगा 
यदि पति या पत्नी को कोई गंभीर समस्या है जिसके कारण उन्हें संतान नहीं हो सकती है, तो शनि जयंती के दिन पाइप की जड़ में जल चढ़ाएं और 108 बार ‘ओम क्लीं कृष्णाय नमः’ का जाप करें। हो सके तो कहीं पीपल का पेड़ लगाएं।

धन या संपत्ति की समस्या होगी दूर 
अगर आपकी तमाम कोशिशों के बावजूद आपके आर्थिक खर्चे बढ़ रहे हैं। पैसा हाथ में नहीं रुकता। यदि धन की समस्या बढ़ रही हो तो शनि जयंती के दिन काले कपड़े में सिक्के रखकर दान करें। इससे आपकी सभी समस्या का हल हो जायेगा| आपलोग जलसे जल ये कार्य करके दुसरो को भी भेजिए क्योकि उनसे दुसरो लोगो को भी इन कार्य से भी समस्या कम होगी|