विश्व भर में डायबिटीज(Diabitis) के मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। पहले तो डायबीटीज बुड्ढे लोगों में पाई जाती थी लेकिन अब तो किसी भी उम्र में डायबिटीज पाई जाती है।कोरोना के समय में लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का जोखम बढ़ा था। वैज्ञानिकों के अनुसार हम लोग अपने आहार में कुछ फेरफार करें तो यह बीमारी जड़ मूल से निकल जाएगी। और एक संशोधन में साबित हुआ है कि एक जड़ी बूटी है जो मात्र 3 घंटे में डायबिटीज को कम कर देगी।
लंबे समय से सेज के पत्तियां डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयोग में ली जाती है। रिसर्च में यह साबित हुआ है कि सेज के पन्ने डायबिटीज को कंट्रोल में रखती है। वैज्ञानिकों ने सेज के पत्ते का प्रयोग चूहों पर किया। चूहों में इस पेज के बनने का खूब असर हुआ। फिर लोगों में भी उसका प्रयोग किया गया और डायबिटीज के लड़कियों के लिए सेठ के पन्ने रामबाण इलाज बन गए।
वैज्ञानिक कौन है यह ट्रायल 80 लोगों पर किया। उसमें से 75 लोगों में डायबिटीज का कंट्रोल आया। उसमें जानकारी मिली की 3 घंटे के उपवास के बाद सेग के पन्ना खूब फायदा कारक होते हैं।संशोधन में साबित हुआ है कि इस पन्ने से अपने शरीर में रिसेप्टर सक्रिय होता है।उसके बाद वह ब्लड में फैटी एसिड का निकाल करता है। इंसुलिन को कंट्रोल करता है।
रोसीगलिटाजोन नामक एक दवा मनुष्य के शरीर में इंसुलिन को कंट्रोल करती है। रिचार्ज कारों के अनुसार उपवास करने के बाद ग्लूकोज को कम करने के लिए यह एक उत्तम उपाय है। एक अभ्यास के दौरान माहिती मिली है कि डायबिटीज के कारण बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बैठ जाता है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल व्यक्ति के शरीर में सीधा दिल से कनेक्टेड होता है। इसलिए समस्या और भी बढ़ती है। ऐसी स्थिति में वैज्ञानिक कोने आहार में बदलाव लाने की सूचनाएं दी है।रिसर्च के अनुसार हर रोज 2 से 3 पन्ने खाने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम होता है। इसलिए हम 2 से 3 महीने सेठ के पन्नों का सेवन करें तो हमें खूब फायदा होगा।