भारत के इन 6 बाबाओं के पास है हजारो करोड़ों की संपत्ति, आंकड़े सुनकर आप भी रह जाएंगे दंग

भारत में बाबाओं की कोई कमी नहीं है। देश में कई साधु संत हैं, जो लोगों को सादा जीवन जीने का उपदेश देते हैं, लेकिन…

भारत में बाबाओं की कोई कमी नहीं है। देश में कई साधु संत हैं, जो लोगों को सादा जीवन जीने का उपदेश देते हैं, लेकिन वे खुद करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही बाबाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी कुल संपत्ति करोड़ों में है। इनमें से एक बाबा ने तो अपना देश भी बसा लिया है।

बाबा रामदेव(Baba Ramdev): योग गुरु बाबा रामदेव ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की स्थापना की थी। इससे पहले उन्होंने साल 1995 में दिव्य योग मंदिर की स्थापना की थी। उन्हें देश का प्रसिद्ध योग गुरु माना जाता है, जिन्होंने न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में योग को एक अलग पहचान दी है। उनके पास कुल 1,600 करोड़ रुपए हैं।

श्री-श्री रविशंकर(Sri-Sri Ravishankar): श्री-श्री रविशंकर देश के सबसे प्रसिद्ध गुरुओं में से एक हैं। दुनिया के 150 देशों में उनके 30 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। यह कई आयुर्वेदिक दवाओं में भी काम करता है। वह 1,000 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं।

जग्गी वासुदेव(Jaggi Vasudev): ईशा फाउंडेशन के फाउंडर जग्गी वासुदेव भी करोड़ों के मालिक हैं। उनकी कुल संपत्ति 18 करोड़ रुपए है।

आसाराम बापू(Asaram Bapu): आसाराम बापू भी देश के विवादित बाबाओं में से एक हैं. जबरन वसूली के आरोप में आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। आंकड़ों के मुताबिक, आसाराम के देश भर में कुल 350 से ज्यादा आश्रम हैं। आसाराम ट्रस्ट के मुताबिक, कुल कारोबार 350 करोड़ रुपए है। वहीं, आसाराम कुल 134 मिलियन डॉलर के मालिक हैं।

अमृतानंदमयी(Amritanandamayi): मां अमृतानंदमयी देश के सबसे अमीर साधुओं की लिस्ट में आती हैं। वह केरल की रहने वाली हैं और कुल 1,500 करोड़ रुपये की मालकिन हैं।

नित्यानंद(Nithyananda): विवादित धार्मिक नेता नित्यानंद देश के सबसे अमीर बाबाओं में से एक हैं. भारत में यौन शोषण के आरोपी नित्यानंद ने इक्वाडोर के पास एक द्वीप खरीदा है। उन्होंने इस द्वीप का नाम कैलास रखा। वर्ष 2003 से उन्होंने नित्यानंद संत के रूप में प्रचार करना शुरू किया। फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नित्यानंद के पास कुल 10,000 करोड़ रुपए की संपत्ति है। दुनिया भर में उनके नाम पर कई गुरुकुल, आश्रम और मंदिर चल रहे हैं।