सवाल: मैं 35 साल की शादीशुदा महिला हूं और मेरे पति की उम्र 39 साल है। मेरे पति को पिछले 10 साल से मधुमेह है। पिछले कुछ महीनों में जब हम शारीरिक सुख का आनंद लेते हैं, तो संबंध बेहतर हो जाते हैं, लेकिन वीर्य नहीं निकलता है। क्या वजह हो सकती है? क्या ये किसी और बीमारी के लक्षण हैं? इसको लेकर मैं बहुत चिंतित हूं। क्या मुझे डॉक्टर या सेक्सोलॉजिस्ट से उनकी जांच करवानी चाहिए? कृपया मेरी समस्या का समाधान करें।
डॉ। चारु का जवाब: अक्सर डायबिटीज की वजह से पुरुषों को नर्वस प्रॉब्लम हो जाती है। प्राइवेट पार्ट में भी तनाव होता है, वे योनि में भी नहीं जा पाते हैं। चरमोत्कर्ष पर भी पहुंच जाते हैं, आनंद भी लेते हैं लेकिन वीर्य बाहर नहीं आता।
उनका वीर्य बाहर आने के बजाय पेशाब में मिल जाता है। इस स्थिति को प्रतिगामी स्खलन कहा जाता है। इसे अंग्रेजी में ड्राई रन कहते हैं। हालांकि, साइमन के मूत्राशय में विलय करने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन ऐसे शारीरिक संबंध में महिलाएं नहीं कर सकतीं।
इंटरकोर्स के दौरान सबसे जरूरी है संतुष्टि मिलना और यह दोनों पार्टनर्स को हासिल होता है। जैसा कि आपने कहा, आपके पति को मधुमेह है, अक्सर बढ़े हुए प्रोस्टेट के लिए दी जाने वाली दवा भी टैमुलोसिन के प्रभाव से की जा सकती है। अपने मन की संतुष्टि के लिए आप अपने पति के लिए किसी कुशल डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं। और अगर आप पुष्टि करना चाहते हैं, तो चरमोत्कर्ष के बाद मूत्र के नमूने की जांच करें, ताकि इसमें बहुत सारे शुक्राणु मिलें।