Gujarat के जूनियर जाडेजा कहेलाते क्रिकेटरने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ 14 विकेट ले के बनाया रिकॉर्ड

आजकल लगभग हर कोई क्रिकेट देखना पसंद करता है और क्रिकेट से प्यार करने वालों ने कई बार रवींद्र जडेजा को मैदान पर अच्छा प्रदर्शन…

आजकल लगभग हर कोई क्रिकेट देखना पसंद करता है और क्रिकेट से प्यार करने वालों ने कई बार रवींद्र जडेजा को मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करते देखा होगा। रवींद्र जडेजा को कई लोग दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक मानते हैं। हालांकि चोट के कारण अभी भी क्रिकेट से दूर हैं, वह अगले महीने श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज में वापसी कर सकते हैं। हालांकि इसी बीच रणजी ट्रॉफी मैच का आयोजन हो चुका है और गुजरात बनाम जम्मू कश्मीर मैच में गुजरात ने गुरुवार को जम्मू कश्मीर को 9 विकेट से हरा दिया. लोगों ने इस मैच में रवींद्र जडेजा जैसा एक और गुजराती ऑलराउंडर देखा।

सिद्धार्थ देसाई ने 14 विकेट लिए
बाएं हाथ के स्पिनर सिद्धार्थ देसाई ने मैच में 14 विकेट लिए थे और उनकी फील्डिंग को देखकर लोग उन्हें जूनियर जडेजा कहते थे। सिद्धार्थ देसाई अभी सिर्फ 22 साल के हैं, अगर वह भविष्य में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हैं तो उन्हें टीम इंडिया में जगह मिल सकती है। इसके साथ ही आपको बता दें कि उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 100 विकेट पूरे किए हैं और यह कारनामा उन्होंने महज 22 मैचों में किया है।

22 मैचों में 25 की औसत से 100 विकेट लिए
मैच की बात करें तो सिद्धार्थ देसाई ने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ पहली इनिंग में 12.5 ओवर में 38 रन देकर 6 विकेट लिए और इस दौरान 6 मेडन ओवर फेंके। हालांकि, दूसरी इनिंग में वह ज्यादा घातक साबित हुए। बाएं हाथ के स्पिनर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 18 ओवर में 66 रन देकर 8 विकेट झटके। इसके साथ ही उन्होंने 22 मैचों में 25 की औसत से 100 विकेट भी लिए हैं। 66 रन देकर 8 विकेट लेना उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, जो सिर्फ जम्मू-कश्मीर के खिलाफ आया था।

लिस्ट-ए में 23 विकेट
अगर सिद्धार्थ देसाई के लिस्ट-ए करियर की बात करें तो उन्होंने 19 मैचों में 23 विकेट लिए हैं जिसमें 20 रन देकर 3 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। हालांकि सिद्धार्थ देसाई को अभी तक टी20 में कोई मौका नहीं मिला है। रणजी ट्रॉफी मैच की बात करें तो गुजरात ने पहली इनिंग में 307 रन बनाए और जवाब में जम्मू-कश्मीर की टीम महज 135 रन पर आउट हो गई।

एक तेज गेंदबाज के रूप में शुरुआत की
बता दें कि सिद्धार्थ देसाई के स्पिनर बनने की कहानी भी काफी दिलचस्प है. जूनियर जडेजा ने अपने करियर की शुरुआत बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में की थी लेकिन अपने कोच की सलाह पर उन्होंने स्पिनर की ओर रुख किया। अब वह रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल की तरह प्रदर्शन करने को बेताब हैं।