लोग कहते हैं की बच्चे भगवान का रूप होते हैं। हम उसे पर गुस्सा करते हैं तो वह ठीक नहीं होता बल्कि उसे हम कुछ चीजें देकर मना सकते हैं। लेकिन आज हम जो आपको बताने वाले हैं वह आपके लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि सबसे ज्यादा बच्चे बीमार बारिश में ही पड़ते हैं इसलिए हमें बारिश से कैसे चेतावनी लेनी होगी वह हम आज आपको बताने जा रहे हैं।
आप जितना चाहें बच्चों को बताएं, लेकिन वे बाहर जाकर खेलने को तैयार नहीं हैं, भले ही मानसून में चाइल्ड केयर हो। बच्चों को भी बारिश में भीगने में बहुत मजा आता है और वो अक्सर जानकर घर आ जाते हैं. लेकिन इससे उनके बीमार होने का खतरा भी बढ़ जाता है। एक तो बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से ही हफ्तों की होती है और उसके ऊपर बारिश के मौसम में कई बैक्टीरिया और वायरस का प्रकोप बढ़ जाता है, जिससे संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
इसके साथ ही बारिश के मौसम में मच्छरों आदि की संख्या भी बढ़ जाती है। इससे बच्चों में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। बच्चे को इस तरह की बीमारियों से बचाना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं कि बरसात के मौसम में बच्चे को बीमार होने से बचाने के लिए हम क्या कर सकते हैं। वह सब हम आज आपको बताने वाले हैं।
बच्चों को हम कैसे बीमारियों से बचाएंगे वह हम आज आपको बताएंगे
इन दिनों अपने घर को साफ रखें और सुनिश्चित करें कि मच्छर कहीं जमा न हों। इस मौसम में बच्चे को पूरे कपड़े पहनाएं। इस मौसम में बच्चे को स्वस्थ आहार दें जिससे उसका इम्यून सिस्टम मजबूत हो। उसे उबला हुआ पानी भी दें। खाना हमेशा ढक कर रखें। क्योंकि सबसे ज्यादा वायरल इन्फेक्शन खाने में सही होता है। खाने में से बच्चे के शरीर के अंदर वाइरस जाता है और फैल जाता है।
बच्चे को जितना हो सके अंदर व्यस्त रखने की कोशिश करें और उसे बाहर जाने से रोकें। घर पर कुछ मजेदार गतिविधियों का आयोजन करें ताकि बच्चा बाहर जाने की जिद न करे। इसलिए उसे घर के कामों में ही व्यस्त रखें। बच्चे का