कोरोना में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों की मदद के लिए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लिया अहम फैसला,जानें डिटेल्स.

गुजरात में कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक साबित हुई और दूसरी लहर में कई बच्चों ने अपने माता-पिता की छत्रछाया खो दी है. मुख्यमंत्री…

गुजरात में कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक साबित हुई और दूसरी लहर में कई बच्चों ने अपने माता-पिता की छत्रछाया खो दी है. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी आज ऐसे बच्चों को सहायता राशि बांटेंगे. इस सहायता के लिए 776 से अधिक बच्चों को पंजीकृत किया गया है।राशि बच्चों के खाते में या अभिभावक के खाते में जमा की जाएगी। बच्चे ने माता-पिता की छत्रछाया खो दी है।

बच्चे को राज्य सरकार की ओर से 4,000 रुपये मासिक सहायता मिलेगी। बच्चे को इस सहायता से उस समय लाभ होगा जब वह अपने माता-पिता की छत्रछाया खो देगा।राज्य के गांधीनगर में 175 बच्चे कोरोना के कारण अपने माता-पिता की छत्रछाया खो चुके हैं. जिसमें 139 बच्चों ने अपने पिता की छतरी खो दी है और 25 बच्चों ने अपनी मां की छतरी खो दी है।

वहीं 12 बच्चों ने मां-बाप दोनों का छाता खो दिया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में आज गांधीनगर में कैबिनेट की बैठक हुई है.बैठक में ग्रामीण रोजगार के साथ-साथ सिंचाई के मुद्दे पर भी चर्चा होगी. साथ ही जिला व नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्यों के मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी.