संभावित कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों के बारे में गुजरात के मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि गुजरात में त्वरित फैसलों और नियंत्रण के कारण हम गुजरात राज्य में कोरोना को नियंत्रित करने में सफल रहे हैं.
गुजरात राज्य समेत पूरा देश जहां कोरोना वायरस से जूझ रहा है वहीं दूसरी लहर ने पूरे देश में भारी तबाही मचाई है. विभिन्न विशेषज्ञों को डर है कि देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर भी दस्तक देगी और गुजरात सरकार ने तीसरी लहर को देखते हुए एक्शन प्लान तैयार किया हे.
गुजरात में कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को लेकर राज्य सरकार ने दावा किया है कि गुजरात सरकार तीसरी लहर के लिए पूरी तरह तैयार है. उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कहा कि गुजरात को तीसरी लहर की तैयारियों में पीछे नहीं रहने की योजना बनाई गई है. अब तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है और टीकाकरण के मामले में गुजरात देश में पहले नंबर पर है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वैज्ञानिकों को तीसरी लहर की सीमा का पता नहीं है।
गुजरात में तीसरी लहर से पहले गुजरात सरकार के एक्शन प्लान के मुताबिक अब राज्य में ऑक्सीजन बेड की संख्या 61 हजार से बढ़ाकर 1 लाख 10 हजार की जाएगी जबकि आईसीयू बेड को भी दोगुना किया जाएगा. इसके साथ ही गुजरात सरकार की योजना डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने और सर्विलांस यूनिट को भी बढ़ाने की है.
गुजरात सरकार ने घोषणा की है कि वह तीसरी लहर को देखते हुए दैनिक परीक्षणों की संख्या में वृद्धि करेगी। प्रदेश में किए जा रहे 75 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट की जगह रोजाना डेढ़ लाख टेस्ट किए जाएंगे, जिसके लिए लैब की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। सरकारी अस्पतालों में बच्चों के लिए बेड की संख्या 5,000 से बढ़ाकर 4,000 और बच्चों के लिए वेंटिलेटर की संख्या 500 से बढ़ाकर 1,000 की जाएगी।