अभी जोश में अग्नीपथ योजना का विरोध चल रहा है। उसी के चलते हुए कहीं बस और कहीं ट्रेनों जला डाली है। अग्निपथ विरोध में कुछ बोलो और कुछ संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। इसलिए आज आरपीएफ और जीआरपी हाई अलर्ट पर है आज अधिकारियों को शक्ति के निर्देश दिए गए हैं साथ ही कहा गया है कि, एक घटना में अलग एफ आई आर दर्ज की जाएगी और जो जो लोग इसमें शामिल होंगे उन सभी लोगों पर एक-एक करके पाया दर्ज की जाएगी इसलिए वह लोग सेना में भर्ती नहीं हो पाएंगे।
ऐसा नहीं है कि देश में सिर्फ 2 राज्यों गया तीन राज्यों में इसका प्रदर्शन चल रहा है बल्कि देश के कई सारे हिस्सों में अग्नीपथ योजना का विरोध चल रहा है। युवा लाठी और डंडे के साथ सड़क पर उतर आए हैं प्रदर्शनकारियों ने सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को पहुंचाया है।
इसे चलते हुए प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को भारत बंद का ऐलान किया है। आरपीएफ के सीनियर ऑफिसर्स ने हिंसा करने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त निपटने के लिए आदेश जारी कर दीए है। इस आदेश में साफ कहा गया है कि हिंसा करने वालों को खिलाफ धाराओं के तरफ कार्यवाही की जाएगी।
भारत बंद के ऐलान पर अधिकारियों ने कहा कि, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात होगी और यहां पर जो भी इंसा करेगा उसे डायरेक्ट पुलिस स्टेशन ले जाया जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हम सीसीटीवी कैमरे पर निगरानी रखेंगे।
संवेदनशील स्टेशनों का बार-बार देखना अनिवार्य
सूत्रों अनुसार जानकारी मिली है कि, आर पी एस न इंटरनल कम्युनिकेशन के जरिए अलर्ट मोड पर रहने के लिए आदेश जारी कर दिया है और बार-बार पुलिस स्टेशनों की देखरेख करने का भी ऑर्डर जारी कर दिया है।
शरारती लोगों पर बारीकी से नजर रखना
आरपीएफ को कहा है कि सभी ऑफिसर जनता के बीच जाए लोगों में विश्वास पैदा करें और शरारती तत्वों पर नजर रखें कि वह कोई इंसान तो नहीं कर रहा है यानी कि जो शरारती लोग हिंसा करते हैं उसे देखकर दूसरे लोग भी हिंसा करने लगते हैं।