भाजपा के शासन में बैंक घोटाले करना आम बात – इसुदान गढ़वीने साधा भाजपा पर निशाना

गुजरात/अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी के नेशनल जॉइंट जनरल सेक्रेटरी इसुदान गढवी ने देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले पर अपनी बात रखते हुए कहा कि,…

गुजरात/अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी के नेशनल जॉइंट जनरल सेक्रेटरी इसुदान गढवी ने देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले पर अपनी बात रखते हुए कहा कि, जब से भाजपा सरकार शासन में आई है तब से बैंक घोटाला होना जैसे एक आम बात ही हो गई है। पहले भी काफी सारे लोगों ने बैंकों से हजारों करोड़ रुपए लूटे थे और यह सिलसिला अभी भी जारी है। DHFL कंपनी के प्रमोटरों ने 17 बैंकों में 34615 करोड़ का घोटाला किया है।

जब से भाजपा सरकार शासन में है तब से एक के बाद एक बैंक घोटाले हो रहे हैं और इससे ईमानदार जनता के पैसे असुरक्षित हो गए हैं। 2010 से 2018 तक DHFL को कुल 42,871 करोड रुपए की लोन दी गई थी और DHFL के प्रमोटरों ने उन पैसों का गलत इस्तेमाल किया और निजी संपत्ति खरीदने के लिए इन पैसों का खर्च किया गया। फिर भी सरकार को इन सब चीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली और आखिरकार अब जाकर देश का सबसे बड़ा बैंक घोटाला हमारे सामने आया है।

इससे पहले ABG शिपयार्ड कंपनी ने 23000 करोड का घोटाला किया था और नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या ने भी ऐसे बड़े बड़े बड़े बैंक घोटाले करके देश को छोड़ दिया है और भाजपा सरकार कुछ नहीं कर पाई। भाजपा सरकार कहती है कि “मैं भी चौकीदार” लेकिन घोटाले बाजों को रोकने में और पकड़ने में भाजपा सरकार ने जरा भी मेहनत नहीं की। आज यह सारे घोटालेबाज देश का पैसा लूट कर दूसरे देशों में ऐशो आराम की जिंदगी बिता रहे हैं। और दूसरी तरफ काफी बार इन घोटालों के बाद ही बैंकों के कामकाज को रोका गया था इस वजह से उन बैंकों के ग्राहक सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर बने थे। यह सब भाजपा सरकार की नाकाम आर्थिक नीतियों की वजह से हो रहा है।

अगर विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे लोगों को शुरुआत में ही पकड़कर सजा दी गई होती तो शायद कोई और व्यक्ति फिर से इतना बड़ा घोटाला करने की कोशिश ना करता। लेकिन बड़े-बड़े बैंक घोटालों को लेकर भाजपा सरकार हमेशा से ही निराशाजनक रवैया अपना रही है। हमें शक है की शायद भाजपा सरकार द्वारा बैंक घोटाला करने वालों को खास सहूलियत दी जा रही है, तभी इतने सारे बैंक घोटाले हो रहे हैं।

आज भाजपा सरकार की कमजोर नीतियों की वजह से 17 बैंकों को DHFLने 34,615 करोड़ का चूना लगाया है। अगर इन घोटाले बाजों को जल्द से जल्द कठोर सजा नहीं हुई तो शायद और भी ऐसे घोटाले हो सकते हैं क्योंकि केंद्र सरकार बैंक घोटालो को लेकर ज्यादा जागृत नहीं है। सरकार के ऐसे ही रवैये की वजह से आज करोडो लोगो की महेनत की कमाई पर गलत लोगो की नजर रहती है जो सरकार के नाक के निचे से ऐसे ही घोटालो को अंजाम देते है।

हमारी केंद्र की भाजपा सरकार से अपील है की जनता के पैसों को सुरक्षित करने के लिए मजबूत आर्थिक नीतियों को लागू करें और घोटाले बाजों पर जल्द से जल्द सख्त से सख्त कदम उठाएं ताकि जनता का बैंकिंग सिस्टम में विश्वास बना रहे।