आप लोग ने भी यह मान्यता सुनी ही होगी। कि भगवान शिव जी के वाहन नंदी के कान में हम जो भी बोलते हैं वह कुछ ही दिन में हो जाता है। जब हम शिवजी के मंदिर जाते हैं तो आप लोगों ने कोई बार तो देखा ही होगा कि लोग नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहते हैं। यह वर्षों से चली आ रही परंपरा है।
आज हम आपको ऐसी ही एक जानकारी देने वाले हैं।लोक मान्यता है कि जहां भी शिव मंदिर होता है वहां नंदी की स्थापना जरूरी है क्योंकि नंदी भगवान शिव के परम भक्त है। आज हम आपको उसके बारे में बता रहे हैं।
जब भी कोई व्यक्ति शिव मंदिर में आता है तो वह नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहता है. इसके पीछे मान्यता है कि भगवान शिव तपस्वी हैं और वे हमेशा समाधि में रहते हैं. ऐसे में उनकी समाधि और तपस्या में कोई विघ्न ना आए. इसलिए लोगों का कहना है कि नंदी ही हमारी मनोकामना शिव जी तक पहुंच जाते हैं इसी मान्यता के अनुसार लोगों अपनी अपनी मनोकामनाएं नंदी के कान में कहते हैं।
इसलिए आप लोग अगर नंदी के कान में आपकी मन वंचित बात बोल देंगे तो वह जरूर पूरी हो जाएगी। लोक मान्यता तो यह भी है कि मृत्यु का भय आपको डरा रहा हो तो आप एक बार जाकर नंदी के कान में यह डर भगाने की बात कह दो तो वह कुछ ही दिनों में पूरी हो जाती है।