जम्मू-कश्मीर में फिर आतंकी हमला; फायरिंग में 7 लोगों की जान चली गई, जानिए पूरा मामला

Jammu Kashmir Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के सोनमर्ग इलाके में आतंकियों की अंधाधुंध फायरिंग में सात लोगों की मौत हो गई है. मृतकों…

Jammu Kashmir Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के सोनमर्ग इलाके में आतंकियों की अंधाधुंध फायरिंग में सात लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में पांच (Jammu Kashmir Terrorist Attack) विदेशी हैं, जिनमें दो अधिकारी और तीन मजदूर शामिल हैं। इसके अलावा हमले में एक डॉक्टर की भी मौत हो गई है और पांच लोग घायल हो गए हैं. यहां एक सुरंग बनाई जा रही थी,

अचानक हथियार लेकर आतंकी पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी। फिलहाल, सुरक्षा बलों के साथ पुलिस का काफिला मौके पर पहुंच गया है और आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने हमले की निंदा की है.

पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि जो अधिकारी और मजदूर मध्य कश्मीर और गांदरबल जिले को जोड़ने वाले जेड मोड टनल के निर्माण पर काम कर रहे थे, उन्हें आतंकवादियों ने निशाना बनाया है। फिलहाल सुरक्षा बलों की एक टीम आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है. घटना के बारे में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है.

मुख्यमंत्री ने आतंकी हमले की निंदा की
गोलीबारी की घटना पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ”सोनमर्ग इलाके के गगनिर में प्रवासी श्रमिकों पर कायरतापूर्ण हमले की दुखद घटना हुई है. ये कर्मचारी इलाके में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम कर रहे थे। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो से तीन लोग घायल हो गए हैं. मैं इन निहत्थे निर्दोष लोगों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।”

प्रवासी मजदूरों पर आतंकी हमले जारी हैं
आतंकी हमले में घायल हुए मजदूरों का फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायलों में पंजाब के रहने वाले गुरुमीत सिंह की मौत हो गई है. इसके अलावा बिहार के एक और तीन स्थानीय लोगों की भी मौत हुई है. बता दें कि दो दिन पहले आतंकियों ने मजदूरों पर हमला कर दिया था, जिसमें कथित तौर पर बिहार के एक मजदूर की मौत हो गई थी. जम्मू-कश्मीर में प्रवासी मजदूरों पर हमले की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है. अप्रैल माह में दो प्रवासी मजदूरों की मौत भी हो गयी थी.