gujarat, Surat drinking water: लैब टेस्ट में सूरत के पीने के पानी के सैंपल फेल कुछ दिन पहले सूरत के बिग वराछा सहित चार जगहों के अलावा तापी नदी से लिए गए छह पानी के सैंपल नगर निगम के वाटर लैब टेस्ट में फेल हो गए हैं. पानी से लिए गए छह नमूनों में पानी के रंग, अमोनियाकल नाइट्रोजन, मैलापन आदि की मात्रा अधिक पाई गई है, जिससे शहरवासियों का जीवन संकट में पड़ गया है।
सूरत के मोटा वराछा क्षेत्र से लिए गए पानी के छह सैंपल फेल होने के बाद अब नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठ रहे हैं कि सूरत के निवासी पिछले कुछ समय से दूषित पानी की शिकायत कर रहे हैं. रिपोर्ट से पता चला कि, यह वास्तव में रासायनिक रंग का पानी था।
गौरतलब है कि, हाल ही में सामने आया था कि सूरत के रांदेर समेत बड़े वराछा इलाकों से कीट और दुर्गंधयुक्त पानी आ रहा था. पीले रंग का और बदबूदार पानी आने पर स्थानीय पार्षदों और नगर पालिका की जल निकासी समिति के सदस्यों ने अधिकारियों के साथ नमूना संग्रह किया। रिपोर्ट के बाद बड़ा खुलासा हुआ है।
लैब रिपोर्ट (Surat drinking water) में असफल कच्चे पानी के 6 नमूनों में रंग की मात्रा दोगुनी, अमोनियाकल नाइट्रोजन की मात्रा 0.5 के मुकाबले 2.5 (मिलीग्राम/लीटर) और मैलापन की मात्रा 45.6 के मुकाबले 45.6 पाई गई 5. लैब की रिपोर्ट में 6 में से 6 पानी के सैंपल फेल हो गए। यह रिपोर्ट 18 अप्रैल को जारी की गई थी। सभी नमूने अनुपयुक्त और पानी पीने योग्य नहीं पाए गए।