दोस्तों हाल ही में जान लेने की एक घटना सामने आई है। इस घटना में एक बेटे ने अपने पिता की जान लेने की ऐसी योजना बना ली. दोस्तों आपको बता दें कि 10 नवंबर को सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस पूरी घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। इस पूरे मामले में पुलिस ने मृतक के बेटे 52 वर्षीय छगनभाई समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
10 नवंबर की घटना कोई हादसा नहीं था बल्कि बेटे ने अपने पिता की जान ले ली। पूरी घटना के बारे में विस्तार से बात करें तो 10 नवंबर को सुबह करीब चार बजे एक पिकअप चालक ने छगनभाई नाम के 52 वर्षीय व्यक्ति को टक्कर मार दी. इस घटना में छगनभाई की दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे को लेकर पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
पुलिस के मुताबिक छगनभाई के बेटे ने 10 लाख रुपये की फ्लाइट अमाउंट लेने के लिए तीन साथियों के साथ मिलकर अपने पिता की जान लेने की साजिश रची थी. पुलिस ने इस पूरे मामले में छगनभाई के बेटे अनिल, पिकअप चालक बिट्टू, वाहन के मालिक गोलू और करण नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कार्रवाई कर रही है और आरोपी से पूछताछ कर रही है.
आरोपित अनिल घर चला रहा था और पिता छगनभाई काम नहीं कर रहे थे। जबकि अनिल की मां भी काम कर रही थी। पिता को शराब की लत थी और पिता लगातार अपने बेटे से शराब पीने के लिए पैसे की मांग करता था। इस बात को लेकर कई बार पिता-पुत्र में मारपीट भी हो चुकी है। अनिल जानता था कि अगर उसके पिता की सामान्य मौत हो जाती है, तो यह रकम करीब 2 से 2.50 लाख रुपये होगी।
लेकिन अगर दुर्घटना में पिता की मौत हो जाती है तो 10 लाख रुपये तक मुआवजा दिया जा सकता है। फिर उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने पिता की जान लेने की योजना बनाई। फिर 10 नवंबर को जब छगनभाई घर से बाहर निकले तो अनिल रिक्शे पर बैठकर अपने पिता की पूरी लोकेशन अपने दोस्तों को दे रहे थे.
गोलू और करण एक स्कूटी पर छगनभाई पर नजर रख रहे थे। सिग्नल मिलते ही आरोपी बिटू ने छगनभाई को पिकअप से टक्कर मार दी। जिससे छगनभाई की दर्दनाक मौत हो गई। पिता की मृत्यु के बाद पुत्र घर पहुंचा और वहां जाकर नाटक शुरू किया।
पूरी घटना को लेकर पुलिस को शक हुआ। इसलिए पुलिस ने मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। तब पता चला कि इस सड़क से तीन-चार बार एक वाहन गुजर चुका है। जब पॉलिसी की गहराई से जांच की गई तो पता चला कि बेटे ने 10 लाख का बीमा कराने के लिए ढाई लाख रुपए सुपारी देकर पिता की जान ले ली थी।