Pramukh Swami Maharaj Shatabdi Mahotsav: अहमदाबाद के प्रांगण में भव्य प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव मनाया गया. ताकि प्रमुख स्वामी नगर एक स्मृति बना रहे जहां निकट भविष्य में 5 एकड़ में 15 फीट ऊंचे बेस पर प्रमुख स्वामी महाराज की 30 फीट की मूर्ति थी वहा हरि मंदिर निर्माण होने जा रहा है। इस हरि मंदिर के निर्माण के लिए कल महंत स्वामी महाराज एवं संतों द्वारा भूमि पूजन भी किया गया था।
प्रमुख स्वामीनगर की स्मृति को सदा जीवित रखने के लिए किसानों द्वारा अपनी भूमि BAPS संस्था को देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है और संतों द्वारा शिखर हरिमंदिर बनाने का भी संकल्प लिया गया है। खास बात यह है कि यह सारी जानकारी बीएपीएस के संतों ने त्रिशूल न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत में दी।
किसानों ने BAPS संस्था को दी 5 एकड़ जमीन :
बीएपीएस के संतों ने त्रिशूल न्यूज से बातचीत में कहा, ‘हां, यह सच है। प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव के पिछले दो-तीन दिनों में किसानों ने यह जमीन बीएपीएस संस्था को दे दी है। निकट भविष्य में इस 5 एकड़ भूमि पर एक भव्य शिखरबंध हरी मंदिर का निर्माण किया जाएगा।’
संत तय करेंगे मंदिर की बनावट और आकर्षण:
त्रिशूल न्यूज से बातचीत में बीएपीएस के संतों ने आगे कहा, अभी तो नगर को वाइन्डअप कर रहे है, इसके बाद मंदिर के डिजाइन और लैंडस्केप की प्लानिंग संस्था द्वारा की जाएगी। जिसमें किस प्रकार का निर्माण करना है, कितने क्षेत्रों में क्या निर्माण करना है और सुविधाएं उपलब्ध कराना है ताकि समाज और सत्संग कार्य हो सके। इसका फैसला साधु-संत एक महीने के बाद करेंगे।’
वर्तमान में परम पावन महंतस्वामी महाराज के मार्गदर्शन में बीएपीएस संस्था 160 से अधिक गतिविधियों के माध्यम से प्रत्येक मनुष्य के सर्वांगीण उत्थान के लिए अभूतपूर्व आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सेवाएं प्रदान कर रही है। नैतिक मूल्यों का संचारण हो, नशामुक्ति हो, पर्यावरण संरक्षण हो या आदिवासी उत्थान, हर जाति-आयु, जाति-जाति, देश-वेश और धर्म-कर्म के व्यक्तियों पर प्रमुखस्वामी महाराज की करुणा बरसती है।
1200 से अधिक मंदिर, 5000 से अधिक सत्संग केंद्र, 100 से अधिक स्कूल और अस्पताल बनवाकर प्रमुखस्वामी महाराज ने विश्व का कल्याण किया है। प्रमुखस्वामी महाराज द्वारा रचित 1100 से अधिक संतों, 7,050,00 से अधिक पत्र लिखे जाने, 17,000 से अधिक ग्राम यात्राओं और 2,050,00 से अधिक गृह यात्राओं के साथ, उन्होंने लाखों मनुष्यों के जीवन को आशीर्वाद दिया है।