आज शरद पूर्णिमा है, जिसे अश्विनी पूर्णिमा या कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जिससे परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होती है। आज रात चंद्रमा की पूजा भी की जाती है। क्योंकि आज चंद्रमा 16 कलाओं में पूर्ण होता है और अमृत बरसता है। यह एक धार्मिक मान्यता है। आज की चांदनी में खीर को खुले आसमान में रखा जाता है, जिससे चंद्रमा की किरणों से औषधीय गुण प्राप्त होते हैं। इसके सेवन से सेहत में सुधार होता है। जानिए काशी ज्योतिषी चक्रपाणि भट्ट से कि शरद पूर्णिमा पर कोजगर पूजा और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय।
शरद पूर्णिमा मुहूर्त 2022
अश्विन पूर्णिमा तिथि की शुरुआत: आज, 03:41 AM
अश्विन पूर्णिमा तिथि समाप्त: कल, 02:24 AM
सर्वार्थ सिद्धि योग: आज प्रातः 06:18 से 04:21 तक
अभिजीत मुहूर्त : रोजाना सुबह 11.45 से दोपहर 12.31 बजे तक
रेवती नक्षत्र: आज शाम 04:21 बजे से कल शाम 04:02 बजे तक
शरद पूर्णिमा 2022 चंद्र पूजा मुहूर्त
अमृत-श्रेष्ठ : आज शाम 07.31 से 09.03 तक
शरद पूर्णिमा 2022 लक्ष्मी पूजन मुहूर्त
लाभ – उन्नति: आज रात 01:41 AM से 03:14 AM
कोजागर पूजा विधि
कोजागर पूजा से तात्पर्य माता लक्ष्मी की पूजा से है क्योंकि शरद पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर घूमती हैं और पूछती हैं कि कौन जाग रहा है? इसी प्रश्न के कारण शरद पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा या कोजागर पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। शरद पूर्णिमा की रात पूजा स्थल और घर की साफ-सफाई करें। फिर कम से कम 100 घी के दीपक जलाकर सजाएं। घर का मुख्य दरवाजा खुला रखें।