लोगों के बीच बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘आदिपुरुष'(Adipurush) स्टारर प्रभास(Prabhas) और कृति सेनन(kriti sanon) की जोरदार चर्चा हो रही है। हालांकि, जब फिल्म का टीजर पिछले साल लॉन्च किया गया था, तो इसके सीजीआई/वीएफएक्स को दर्शकों से लेकर समीक्षकों तक काफी आलोचना मिली थी।इतना ही नहीं फिल्म के किरदारों को अलग तरीके से पेश करने को लेकर मेकर्स के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की गई थी। इसके बाद मेकर्स ने फिल्म का टीजर वापस ले लिया। हालांकि मेकर्स ने रामनवमी के मौके पर फिल्म का नया पोस्टर रिलीज किया था।
‘आदिपुरुष’ के इस नए पोस्टर को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया। निर्माता और निर्देशक के खिलाफ मुंबई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत एक ऐसे शख्स ने की है जो खुद को सनातन धर्म कहता है और मेकर्स पर सनातन धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है। पोस्टर में राम को बिना जनोई और सीता को सिंदूर के बिना दिखाने पर आदिपुरुष एक बार फिर विवादों में आ गए हैं।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक संजय दीनानाथ तिवारी ने मुंबई हाई कोर्ट के वकील आशीष राय और पंकज मिश्रा के जरिए निर्माता, कलाकार और निर्देशक ओम राउत के खिलाफ साकीनाका पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायतकर्ता ने खुद को सनातन धर्म का प्रचारक बताया। शिकायत में कहा गया है, ‘फिल्म निर्माता ओम राउत ने फिल्म के नए पोस्टर में हिंदू धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस के एक चरित्र को गलत तरीके से चित्रित कर हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।’
आगे दावा किया कि ‘आदिपुरुष’ रामायण के सभी पात्रों को बिना जनोई के दिखाता है। हिन्दू सनातन धर्म में जनोई का विशेष महत्व है, जिसका पालन सनातन धर्म के अनुयायी पुराणों के आधार पर सदियों से करते आ रहे हैं। इसके अलावा सीता की मांग में सिंदूर नहीं दिखाया जाता है।
शिकायत भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (ए), 298, 500, 34 के तहत दर्ज की गई है। बता दें कि ‘आदिपुरुष’ के निर्माताओं ने रामनवमी के मौके पर एक नया पोस्टर जारी किया था. पोस्टर में प्रभास और सनी सिंह ढाल और धोती पहने धनुष-बाण लिए नजर आ रहे हैं। साथ ही, कृति एक साड़ी में दिखाई दे रही हैं, जबकि हनुमान तीनों की सेवा में झुके हुए दिखाई दे रहे हैं।