प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेताओं से मुलाकात की। इस बीच पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को जीतने वाले देश के लिए मेडल लाने और अगली चुनौती के खिलाफ भारत का मान बढ़ाने का जीत का मंत्र दिया है. गौरतलब है कि इस बार इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेले गए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने 22 गोल्ड समेत कुल 61 मेडल जीते। पीएम मोदी की देश के खिलाड़ियों के साथ बैठक के दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक भी मौजूद थे.
पदक नायकों के साथ प्रधानमंत्री की बातचीत
इस मुलाकात में पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों के साथ आत्मीयता का भाव जगाया और कहा कि आप सभी मेरे परिवार की तरह हैं. पीएम मोदी ने जब कुछ खिलाड़ियों का नाम लेकर अपनी पहली मुलाकात का जिक्र किया तो सभी खिलाड़ियों में जोश देखने को मिला. पीएम मोदी ने कहा कि आपसे मिलकर गर्व महसूस हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि खिलाड़ी देश के उन युवाओं के लिए रोल मॉडल है, जो देश का नाम ऊंचा कर रहे हैं.
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi interacted with the Indian contingent that participated in #CWG22, today. Union Sports Minister Anurag Thakur and MoS Sports Nisith Pramanik were also present at the occasion. #CommonwealthGames2022
(Source: PMO) pic.twitter.com/IpP9N9NaHJ
— ANI (@ANI) August 13, 2022
खिलाड़ियों ने बढ़ाया है देश का सम्मान: पीएम मोदी
राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में पदक जीतने वाले पदक विजेताओं से प्रधानमंत्री आवास पर मुलाकात के लिए भी पीएम मोदी उत्साहित दिखे। इस बीच अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, मैं खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत की सराहना करता हूं. खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं। आज विजय पर्व है। खिलाड़ियों ने देश का सम्मान बढ़ाया। हर खिलाड़ी प्रशंसा का पात्र है।
पीएम मोदी ने कहा कि, बर्मिंघम का समय भारत से अलग था. फिर भी लोग देर रात तक मैच देखने के लिए डटे रहे। इसके लिए अलार्म भी लगाया गया था। इससे पता चलता है कि हमें आप पर कितना गर्व है। राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन का स्वर्ण युग शुरू हो गया है। इसमें खेलो इंडिया अभियान का अहम योगदान रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, इस साल भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. राष्ट्रमंडल खेल हो या विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप। खिलाड़ियों ने हर प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है। जो खिलाड़ी इस बार कॉमनवेल्थ में नहीं जा सका, उसे अगले इवेंट की तैयारी करनी चाहिए और जहां जरूरी हो वहां जाना चाहिए।