भाईचारे की अनूठी मिसाल सामने आई है। जिसमें नवसारी के गांडेवी तालुका के खपरिया गांव के अमित रमनभाई हलपाती नाम के एक युवक का ब्रेन डेड हो गया और चार लोगों को दान के जरिए नया जीवन मिला। अमित का ब्रेन डेड हो गया था और उसके अंग दान कर दिए गए थे। जिसमें लीवर, किडनी, अग्न्याशय और हृदय दान किया गया।
जानकारी के मुताबिक, अमित हलपति बेलीमोरा जा रहे थे, तभी उनके दोस्त विक्रम और अमित अकस्मात का भोग बने. जिसमें सिर में गंभीर चोट लगने के कारण अमित को सूरत सिविल शिफ्ट कर दिया गया। जहां डॉक्टर मेहुल मोदी ने ब्रेन डेड ब्रेन को घोषित किया था। इसके बाद जब उनके परिजन अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने सूरत स्थित एनजीओ डोनेट लाइफ को इसकी सूचना दी।
अंगदान का महत्व बताते हुए अमित के परिजन अंगदान के लिए राजी हो गए। तो इसकी सूचना तुरंत मुंबई को दी गई। फिर एक हिंदू युवक का मुस्लिम युवक में हृदय प्रत्यारोपण राज्य में पहला मामला बन गया है। साथ ही अमित की किडनी, लीवर, अग्न्याशय और आंखें दान कर उनके परिवारों ने चार व्यक्तियों को नवजीवन कर समाज को एक नई दिशा दी है।
सूरत सिविल से 277 किमी की दूरी 85 मिनट में तय करने के बाद अहमदाबाद सिम्स अस्पताल में सोहेल वोरा का हृदय प्रत्यारोपण किया गया। सोहेल की उम्र 36 साल थी और दोनो का खून भी मिला। दूसरी किडनी जब यूपी के रितिका और हितेश गोहेल ने डोनेट की तो भौतिक पटेल को एक और किडनी और लीवर दिया गया, जिससे चार लोगों की जान बच गई।