गुजरात में पिछले दो-तीन दिनों से बारिश हो रही है। लेकिन अगर राजकोट शहर की बात करें तो राजकोट में हर साल पानी की किल्लत हो जाती है. राजकोट में इस बार मानसून से जल संकट की आशंका है।पूरे मामले पर राजकोट के मेयर सक्रिय हो गए हैं। और राजकोट के मेयर ने हालात की परवाह किए बिना तैयारी शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार भी राजकोट में पानी की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
साथ ही उन्होंने आजी और न्यारी बांधों में पानी डालने की मांग की है. बांध में पानी डालने की मांग के पीछे कारण यह है कि अगर इस बार भी राजकोट में बारिश हुई तो 20 मिनट जल वितरण की स्थिति पैदा हो सकती है.वर्तमान में आजी बांध की सतह 225 एमसीएफटी है, भादर 1 बांध 1390 एमसीएफटी है और न्यारी बांध 329 एमसीएफटी है।
साथ ही भादर 1 बांध से राजकोट शहर को रोजाना 415 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाती है। मिली जानकारी के मुताबिक सोनी प्रोजेक्ट से राजकोट को पानी मिल जाता है तो राजकोट में पानी का संकट कम हो जाएगा.इसके लिए राजकोट के मेयर ने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पत्र लिखकर पानी की मांग की है. राजकोट में कुछ समय के लिए अपर्याप्त वर्षा से पानी की कमी हो सकती है।इन्हीं सब कारणों से राजकोट के मेयर ने बांध से पर्याप्त मात्रा में पानी की मांग की है. वर्तमान मेंआजी -1 बांध 75% खाली है। इसके लिए सरकार को पत्र लिखा गया है।