कश्मीर में शहीद हुए जवान के अंतिम संस्कार उमडा जनसैलाब- पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगे

Shahid Jawan: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सीआरपीएफ जवान कबीर दास राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी…

Shahid Jawan: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सीआरपीएफ जवान कबीर दास राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.  जम्मू-कश्मीर के कठुआ (Kathua) जिले में मंगलवार की रात आतंकियों के साथ मुठभेड़में मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के निवासी(Shahid Jawan) सीआरपीएफ (CRPF) जवान कबीर दास शहीद हुए थे. इससे पहले उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को हवाई मार्ग से नागपुर (Nagpur) पहुंची और वहां से सड़क मार्ग से उनके गांव लाया गया.

राज्य के छिंदवाड़ा जिले के पुलपुलडोह गांव में सैकड़ों लोगों ने नम आंखों और सिसकियों के साथ वीर जवान को अंतिम विदाई दी। उनका पूरा परिवार बिलख उठा. हर तरफ ‘भारत माता की जय’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे गूंज रहे थे. कबीर दास की पार्थिव देह को गार्ड ऑफ ऑनर के बाद परिजनों को सौंप दिया गया. इसके बाद आदिवासी समाज की परंपरा के मुताबिक कबीर दास को अंतिम विदाई दी गई.यहां उनकी समाधि बनाई जाएगी

अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगों के अनुसार, सीआरपीएफ की उप महानिरीक्षक नीतू सिंह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकीं और शहीद जवान की पत्नी को सांत्वना देते हुए रो पड़ीं। शोक व्यक्त करने वालों में सीआरपीएफ के महानिरीक्षक सुखबीर सिंह सोढ़ी भी शामिल थे। इससे पहले, जब उइके का पार्थिव शरीर उनके गांव लाया जा रहा था, तो सैकड़ों लोग सड़कों पर खड़े थे और मार्ग में स्थित इमारतों की छतों पर शहीद सैनिक के अंतिम दर्शन के लिए जमा थे। शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए न सिर्फ गांव के लोग, बल्कि आसपास के सैकड़ों लोग पहुंचे. लोगों ने शहीद जवान की पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहादत को नमन किया. 

उनमें से कुछ लोग “कबीर अमर रहे” के नारे लगा रहे थे।
मध्य प्रदेश सरकार की ओर से लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी मंत्री सम्पतिया उइके अंतिम संस्कार में शामिल हुईं। छिंदवाड़ा से नवनिर्वाचित सांसद विवेक बंटी साहू भी मौजूद थे।उनके परिवार के सदस्यों के अनुसार, सीआरपीएफ कांस्टेबल उइके को 16 जून को घर आना था और उनका भोपाल स्थानांतरण होना तय था।

उन्होंने बताया कि वह 25 मई को छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौटे थे। उइके की शादी 2020 में हुई थी।उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की सीमा से लगे कठुआ जिले के सेडा सोहल गांव में मंगलवार देर रात आतंकवादियों के खिलाफ शुरू हुए 15 घंटे के अभियान के दौरान उइके के सीने और पैर के दाहिने हिस्से में चोट लग गई।