इंस्टाग्राम एक फोटो और वीडियो शेयरिंग ऐप है। यूजर्स इस ऐप का इस्तेमाल सिर्फ फोटो शेयर करने के लिए ही नहीं बल्कि रील बनाने के लिए भी करते हैं। कंपनी यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए ऐप में बार-बार अपडेट लाती है। हालांकि इंस्टाग्राम ऐप में अब तक का सबसे बड़ा बदलाव करने वाला है। इंस्टाग्राम फुल स्क्रीन कंटेंट को और ज्यादा प्रमोट करने जा रहा है। एक कार्यक्रम में, इंस्टाग्राम के सीईओ एडम मोसेरी ने पुष्टि की कि ऐप अगले एक या दो सप्ताह में तस्वीरों के लिए अल्ट्रा-टॉल 9:16 अनुपात का परीक्षण शुरू कर देगा। इसका मतलब है कि, फोटो को अब केवल फुल स्क्रीन साइज में ही इंस्टाग्राम पर शेयर किया जाएगा।
फोटो पूर्ण स्क्रीन भरेगा:
इंस्टाग्राम के सीईओ ने एक साप्ताहिक कार्यक्रम आस्क मी एनीथिंग में कहा कि आप इंस्टाग्राम पर फुल स्क्रीन वीडियो देख सकते हैं। लेकिन फुल स्क्रीन फोटो नहीं देख सकते। उसके लिए हमने सोचा कि हमारे पास फोटो और वीडियो के लिए एक ही फॉर्मेट होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो अब आपको इंस्टाग्राम फीड स्क्रॉल करते हुए 9:16 रेश्यो वाली फुल स्क्रीन फोटो दिखाई देगी।
फोटोग्राफरों का विरोध:
इंस्टाग्राम के इस फैसले का कुछ फोटोग्राफर्स ने विरोध भी किया है। उनका कहना है कि इंस्टाग्राम टिकटॉक की राह पर जा रहा है। फुल स्क्रीन फीचर के बाद सभी तस्वीरें 9:16 के अनुपात में फिट होने के लिए मजबूर हैं। जिससे फोटो की गुणवत्ता प्रभावित होगी। साथ ही न्यूज फीड में ओवरले की वजह से पोस्ट की गई फोटो पर टैक्स लगेगा। जिससे फोटो अपीयरेंस खराब होगी।
नई अद्यतन फ़ोटो के लिए उपयुक्त नहीं:
एडम मोसेरी ने इंस्टाग्राम के रिडिजाइन टेस्ट यूजर्स के जरिए स्वीकार किया है कि फुल स्क्रीन फीचर फोटो कम उपयोगी है। मोसेरी के मुताबिक, इंस्टाग्राम अब भी बिना जबरदस्ती के अल्ट्रा-टॉल फोटो एक्सपीरियंस देना चाहता है। जबकि इंस्टाग्राम के डेटा से पता चलता है कि ऐप रिडिजाइन की वजह से यूजर्स ने इंस्टाग्राम का इस्तेमाल कम कर दिया है।