देश के युवा हमेशा देश की सेवा के लिए तैयार रहते हैं। आज हम उन जवानों में से एक के बारे में जानते हैं जो शहीद हो गए और फिर भी वे देश की सेवा कर रहे हैं। जब भी सेना का जवान शहीद होते है तो हमें बहुत दुख होता है।
यह जवान शहीद होने के बाद भी देश की सेवा करता है और अपने कर्तव्य को पूरा करता है। इस सेना के जवान सिक्किम में डयूटी पर थे और शहीद होने के बाद भी आज वहीं डयूटी पर हैं।उन्हें वर्तमान में भुगतान और पदोन्नति भी दी जाती है। वर्तमान में शहीद जवान की याद में एक मंदिर भी बनाया गया है।
इस जवान का नाम हरभजन सिंह है और ये पंजाब रेजीमेंट के जवान थे। वह 1968 में ड्यूटी पर थे और शहीद हो गए थे। उस समय उसका शव नहीं मिला और एक जवान के स्वप्न में आया।सवप्न में आकर उसकी लाश की जगह दिखाई। अगले दिन उसका शव मिला। उनके अंतिम संस्कार के बाद उनकी पूजा भी की जाती है।हरभजन सिंह का एक मकबरा भी बनाया गया था और उनका मकबरा सिक्किम की राजधानी गंगटोक में जलेपला दर्रे और नाथुला में है।