आज हम आपको डॉलर(Dollar) से भरा मायरा से रूबरू कराने जा रहे हैं। क्या आपने कभी डॉलर से भरी चुनरी देखी है? लेकिन नागौर(Nagaur) में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर और देखकर लोग हैरान हैं। बहन को खुश करने के लिए भाइयों ने डॉलर से चुनरी पहनाए और बहन के लिए खुशी के गीत भी गाए।
प्रसिद्ध नागौर जिले के दो भाइयों ने अपनी बहन की कमी को पूरा करने के लिए एक और इतिहास रच दिया। ममेरा की जब भी चर्चा होगी तो रजोद गांव के इन दोनों भाइयों की चर्चा जरूर होगी। नागौर जिले के सोनेली गांव में भाइयों ने अपनी बहन को 71 लाख नकद, 41 तोला सोना और 5 किलो चांदी दी है.
नागौर जिले की जेल तहसील या राजोद निवासी एक जाट परिवार ने यह मायरा भरा हैं। राजोद गांव के सतीश गोदारा और छोटे भाई मुकेश गोदारा ने अपनी बहन संतोष की पत्नी मनीष पोटलिया के लिए मामेरा भरा था, जिसकी शादी सोनेली गांव में हुई थी.
सतीश व मुकेश गोदारा के भांजे आकाश की शादी हैं। और मारवाड़ में यह रिवाज हैं कि भांजे या भांजी की शादी होने पर ननिहाल पक्ष की तरफ से मायरा लेकर आते हैं।
ऐसे में उससे मामा सतीश व मुकेश गोदारा अपनी बहन तथा अपने भांजे आकाश की मां संतोष के मायरा भरने पहुंचे।
भाई करते है बड़ी बहन का सम्मान
कम उम्र में ही पिता के देहांत के बाद बड़ी बहन ने मां के साथ-साथ दोनों भाइयों को हमेशा परिवार के पिता की कमी महेसुस नहीं होने दी। जब भाई अपने पेरो पर खड़े हुए और उन्हें अपना कर्तव्य निभाने का मौका मिला तो दोनों ने भाईचारे के प्यार को अमर बनाने के लिए खुले दिल से काम किया।