वेस्टइंडीज और अमेरिका संयुक्त रूप से टी20 विश्व कप 2024 की मेजबानी करने जा रहे हैं। आईसीसी ने इस टी20 वर्ल्ड कप के फॉर्मेट में बड़ा बदलाव किया है। 20 टीमों का टूर्नामेंट तीन चरणों में खेला जाएगा। खास बात यह है कि इस वर्ल्ड कप के लिए 12 टीमें पहले ही अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं।
टी20 वर्ल्ड कप 2022 में कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने आगामी टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी पहले ही शुरू कर दी है। आईसीसी ने साल 2024 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के फॉर्मेट में बड़ा बदलाव किया है. 2024 टी 20 विश्व कप की मेजबानी वेस्टइंडीज और संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) द्वारा की जानी है और इसमें 20 टीमें शामिल होंगी।
अगले विश्व कप का प्रारूप ऐसा ही रहेगा।
20 टीमों का टूर्नामेंट टोटल नॉकआउट समेत तीन चरणों में खेला जाएगा। सभी टीमों को 20-20 टीमों के साथ 4-4 के 5 ग्रुप में बांटा जाएगा। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष 2 टीमें सुपर-8 में प्रवेश करेंगी। इसके बाद सभी आठ टीमों को 4-4 के 2 ग्रुप में बांटा जाएगा। सुपर-8 चरण में दोनों ग्रुप की शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी। दो सेमीफाइनल मैच के जरिए दो टीमें फाइनल में प्रवेश करेंगी।
Twenty teams across the USA and the West Indies 👊
How the 2024 edition of the #T20WorldCup could look 🏆https://t.co/UisrN8xt0K
— ICC (@ICC) November 21, 2022
2 टीमों ने अपनी जगह पक्की कर ली है
वेस्टइंडीज और संयुक्त राज्य अमेरिका ने मेजबान बनकर सीधे आगामी टी20 विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है। वहीं, टी20 वर्ल्ड कप के सुपर-12 चरण से शीर्ष 8 टीमों को अगले सीजन के लिए सीधे प्रवेश मिल गया है। इन टीमों में न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड शामिल हैं। इसके साथ ही आईसीसी रैंकिंग (14 नवंबर) के आधार पर अफगानिस्तान और बांग्लादेश को भी इस टी20 वर्ल्ड कप के लिए सीधी एंट्री मिल गई है।
आठ स्लॉट अभी बाकी हैं
यानी 20 में से 12 टीमें पहले ही तय हो चुकी हैं। आठ खेल बाकी हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए बाकी 8 टीमों का फैसला उनकी क्षेत्रीय योग्यता पर निर्भर करता है। इस क्वालिफिकेशन में अफ्रीका, एशिया और यूरोप में दो-दो क्वालिफिकेशन स्पॉट हैं, जबकि अमेरिका और ईस्ट एशिया पैसिफिक के पास एक-एक स्लॉट है। जिम्बाब्वे, नामीबिया, स्कॉटलैंड, आयरलैंड जैसी टीमों के पास क्षेत्रीय योग्यता के जरिए इसे बनाने का सुनहरा मौका होगा।