गुजराती में एक कहावत है कि जहां भी गुजराती है वहां हमेशा के लिए गुजरात है। आज देश के कोने-कोने में गुजराती रहते हैं और कुछ ऐसी जगहें हैं जो विदेशियों को भी गुजराती होने का अहसास कराती हैं। आज विदेशों में भी गुजरातियों का प्रभाव है। आज हम आपको सौराष्ट्र के एक छोटे से गाँव के एक युवक के बारे में बताएंगे, जिसने कनाडा में एक बड़ा व्यवसाय स्थापित किया! करोड़ों की संपत्ति और टेस्ला कारों की संख्या भी ऐसी रखी गई है जिसे जानकर आप थाने जाएंगे।
आपको जानकर हैरानी होगी कि मूल रूप से अमरेली के रबारिका गांव के रहने वाले रितुल वडोरिया(Ritul Wadoria) ने गुजरात में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, लेकिन कनाडा में किस्मत ने उन्हें रियल एस्टेट में खींच लिया। 2016-17 के दौरान कनाडा गए अमरेली के रितुल ने वहां मास्टर डिग्री हासिल की।
शुरुआत में फैक्ट्री के साथ-साथ गोदाम में भी काम किया और खीरे-टमाटर की पैकिंग भी की। रियल एस्टेट कारोबार में पहले से ही काफी दिलचस्पी थी इसलिए उन्होंने कॉलेज में इससे जुड़ा एक साल का अलग से रियल एस्टेट सेल्स पर्सन कोर्स किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने ब्रोकरेज का लाइसेंस लिया और धीरे-धीरे सफलता हासिल की।
काफी मशक्कत के बाद आखिरकार ब्रैम्पटन में रियल एस्टेट ने इसे अपनी मेहनत से बनाया है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि रितु के पास आज कनाडा में अपने खुद के पांच घर हैं। रितुल वडोरिया नाम के इस युवक ने हाल ही में कनाडा में टेस्ला कार खरीदी है।
जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर भी बेहद खास है। टेस्ला के पसंदीदा 70 हजार कैनेडियन डॉलर के रजिस्ट्रेशन नंबर के लिए 300 डॉलर अतिरिक्त चुकाए और आज वह नंबर प्लेट पर ‘काम करो’ लिखकर दूसरों को भी अपनी तरह मेहनत करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
रितुल का कहना है कि उन्होंने कनाडा आने वाले कई गुजराती छात्रों को घर खोजने में भी मदद की है। अपने जैसे बड़े सपने लेकर कनाडा आने वाले गुजराती छात्रों के लिए रितुल की एक ही सलाह है कि यहां आने में संकोच न करें और मेहनत करें, एक दिन आपको अपनी मेहनत का फल जरूर मिलेगा।