अहमदाबाद/गुजरात: आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरा देश जानता है कि अरविंद केजरीवाल जी की सरकार ने दिल्ली में शानदार शिक्षा व्यवस्था लागू की है। आज दुनिया के बड़े-बड़े महानुभाव दिल्ली की सरकारी स्कूल देखने के लिए आते हैं इतनी शानदार स्कूल दिल्ली में मौजूद है। भारत देश के भी काफी सारे मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्रियों ने भी दिल्ली की सरकारी स्कूलों का जायजा लिया है। हाल में गुजरात भाजपा के नेता भी दिल्ली के सरकारी स्कूल देखने के लिए गए हैं। जब गुजरात भाजपा के नेता दिल्ली गए तब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया जी ने और मुख्य प्रवक्ता आतिशी जी ने भी उनका स्वागत करते हुए और आमंत्रण देते हुए कहा की गुजरात भाजपा के नेता दिल्ली की जो भी सरकारी स्कूल देखना चाहे वहां पर हम उनको लेकर जाएंगे।
लेकिन भाजपा नेताओं ने इस आमंत्रण का अस्वीकार किया। और उन्होंने मीडिया और सोशल मीडिया पर झूठी बातें फैलाते हुए कहा कि हमें दिल्ली की सरकारी स्कूलों की यात्रा कराने के लिए कोई भी विधायक मौजूद नहीं है। तो आज हम वापस उन भाजपा नेताओं को आमंत्रित करते हैं और सबसे पहले पूर्व शिक्षा मंत्री विभावरी दवे जी को फोन करके हम अभी आमंत्रण देते हैं।
इसके बाद ‘आप’ गुजरात प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने विभावरी दवे जी को फोन लगाया। लेकिन उनके दो नंबर पर फोन करने के बाद भी विभावरी जी ने ने किसी भी फोन कॉल को उठाया नहीं। इसके बाद गुजरात भाजपा नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री रमन भाई वोरा को फोन लगाया गया। रमन भाई वोरा के साथ बात करते हुए गोपाल इटालिया ने कहा कि आप दिल्ली में गए हो वहां पर भाजपा कार्यालय के पास राज एवेन्यू स्कूल में दिल्ली सरकार के 5 प्रतिनिधि एवं विधायक आपका इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उसके बाद रमण भाई ने यह कहा कि उनको उस जगह की जानकारी नहीं है तो गोपाल इटालिया ने बताया कि आप जिस जगह खड़े हो वहां की जानकारी हमें बता दीजिए हमारे जनप्रतिनिधि आप तक पहुंच जाएंगे। लेकिन इसके बाद रमन भाई की तरफ से कोई भी सही प्रत्युत्तर ना मिला।
गोपाल इटालिया ने इसके बाद अपनी बात रखते हुए कहा कि पहले भाजपा नेता यह कहते थे कि उनको आमंत्रण नहीं मिला जब आज हम उनको फिर से आमंत्रण दे रहे हैं तो वह इसका स्वीकार नहीं कर रहे। इसका मतलब साफ है कि वह गलत इरादे के साथ वहां पर गए हैं। जब दिल्ली के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री गुजरात आते हैं तब कोई भी भाजपा का नेता उनको इस तरीके से आमंत्रण देकर गुजरात की स्कूल देखने नहीं ले जाता। और हम उनको दिल्ली की सरकारी स्कूल देखने के लिए ले जा रहे है लेकिन वह हमारा आमंत्रण स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।
आज फिर एक बार साबित हो गया कि अरविंद केजरीवाल जी के शानदार शिक्षा मॉडल के सामने गुजरात सरकार का निजी शिक्षा मॉडल बिल्कुल ध्वस्त हो गया है। गुजरात के पूर्व शिक्षा मंत्री रमन भाई ने अपना फोन चालू रख कर अपनी जेब में रख दिया है इससे साफ होता है कि उनकी नियत में खोट है।
दिल्ली में शिक्षा प्रणाली की सफलता का प्रमाण देते हुए गोपाल इटालिया ने आगे कहा कि 2015 में शिक्षा क्षेत्र में सबसे अधिक बजट आवंटित किया गया था, जिसकी पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम साहब ने सराहना की थी। मेलानिया ट्रंप ने जब दिल्ली की हैप्पीनेस क्लास में शिरकत की तो उन्होंने कहा कि दिल्ली के हैप्पीनेस क्लास से हर देश को प्रेरणा लेनी चाहिए। दिल्ली के हैप्पीनेस करिकुलम का उद्घाटन 1989 में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दलाई लामा के द्वारा किया गया था। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिल्ली की स्कूली शिक्षा व्यवस्था और स्कूल सुधारों की तारीफ की है।
अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दिल्ली में स्कूल का दौरा किया और प्रभावित हुए और वादा किया कि हमारे राज्यों में भी इसी तरह की नीति अपनाई जाएगी। दिल्ली के कालकांजी से विधायक आतिशी जी ने अरविंद केजरीवाल जी का शिक्षा मॉडल यूएन महासभा में प्रस्तुत किया। दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी एजुकेशन वर्ल्ड फोरम लंदन में शिक्षा के मुद्दे पर भाषण दिया है।
दिल्ली सरकार में कक्षा 10 का कुल परिणाम 97.52% है और कक्षा 12 का कुल परिणाम 99.95% है जबकि गुजरात में यह घटकर 70% हो गया है। दिल्ली सरकार ने वर्ष 2022-2023 में अपने बजट का 23.5% शिक्षा पर खर्च किया है, जो अन्य राज्यों के औसत से अधिक है क्योंकि अन्य राज्यों का औसत शिक्षा पर खर्च केवल 15.2% है। दिल्ली में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2014-2015 से शिक्षा पर 137 फीसदी से अधिक खर्च किया है। 2015 से, दिल्ली सरकार द्वारा 26 नए स्कूल बनाए गए हैं, जबकि 21 स्कूल वर्तमान में निर्माणाधीन हैं, नए स्कूल के कमरों में 87% की वृद्धि हुई है।
स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का विकास दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, अब तक 4 एस्ट्रो टर्फ, 5 सिंथेटिक ट्रैक, 20 स्विमिंग पूल बनाए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली सरकार का स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में 70% की भागीदारी बढ़ी है। दिल्ली सरकार द्वारा संचालित मुंद्रा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी उच्च शिक्षा प्रदान करने में सफल होने वाला पहला सरकारी विश्वविद्यालय है। दिल्ली सरकार ने 2021 में दिल्ली के 307 खिलाड़ियों को 739 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी थी।
दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षक प्रशिक्षण के बजट में वृद्धि की गई है, जिसके परिणामस्वरूप देश-विदेश में और IIM जैसे संस्थानों में 1407 शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप शिक्षकों की वृद्धि दर में 60% की वृद्धि हुई है। दिल्ली सरकार स्कूल प्रबंधन समिति को सशक्त बनाने के लिए बच्चों के माता-पिता को शामिल करती है और इसके लिए चुनाव भी होते हैं। 97% माता-पिता मानते हैं कि उनके बच्चों की सीखने में रुचि बढ़ी है। 70% माता-पिता मानते हैं कि बच्चों को स्कूल के अंदर सीखने का माहौल मिल रहा है। स्कूल के लायब्ररी का बजट 5 गुना बढ़ा दिया गया है।
स्कूल ने 2015 के बाद से प्रति बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म के लिए सब्सिडी में 75% की वृद्धि की है। दिल्ली सरकार द्वारा बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए “देशभक्ति करिकुलम” बनाई गई थी। बच्चों को खुशहाल और सुखी जीवन किस तरह किया जाता है यह सिखाने के लिए “हैप्पीनेस करिकुलम” बनाया गया था, जिसकी देश और विदेश में सभी ने प्रशंसा की है। ” एंटरप्रेन्योर करिकुलम” का 7.5 लाख बच्चे लाभ ले चुके हैं। निजी स्कूलों को छोड़ कर 4 लाख से अधिक बच्चों ने सरकारी स्कूलों में प्रवेश लिया है। 2021 में, दिल्ली सरकार के 443 स्कूली बच्चों ने JEE MAINS और 569 सरकारी बच्चों ने NEET उत्तीर्ण किया है। इस प्रेस वार्ता में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रमुख गोपाल इटालिया के साथ नेशनल जॉइंट जनरल सेक्रेटरी इसुदान गढ़वी और प्रदेश महामंत्री मनोज सोरठिया भी उपस्थित रहे थे।