आई पी एल 2022 की बात करें तो उसमें राजस्थान रॉयल्स को हराकर कुचरा टाइटंस विजेता बन चुकी है। लेकिन दिल्ली कैपिटल्स की टीम तो पहले ही बाहर निकल चुकी थी इस बात पर ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर और डीसी के हरफनमौला खिलाड़ी मिशन मार्स ने अपना एक बयान दिया है।
इस बयान में उन्होंने कहा है कि बहुत ही शर्म की बात है कि उनकी टीम अंतिम लीग मुकाबले में भी मुंबई इंडियन से हारकर आईपीएल के फाइनल में जगह नहीं बना सकी। दिल्ली कैपिटल्स की 5 विकेट की आर ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को पूरे टूर्नामेंट में खराब नेट रन रेट के बावजूद भी प्लेऑफ में पहुंचा दिया था।
श्रीलंका के खिलाफ 7 जून से शुरू हो रही तीन मैचों की t20 सीरीज से पहले 30 वर्षीय मिशन मार्स ने कहा कि यह शर्म की बात है कि हम फाइनल में नहीं पहुंच सके ऑस्ट्रेलिया पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में श्रीलंका से भिड़ेगी।
खेल मार्च टूर्नामेंट के पहले आपने कोविड-19 से उभरते ही वह अपने ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथी डेविड वॉर्नर के साथ दिल्ली के शीर्ष क्रम की रीठ बने खड़े रहे थे।
रिकी पोंटिंग जो दिल्ली कैपिटल्स के कोच है उन्होंने नंबर तीन पर बल्लेबाजी का जिम्मा विशाल मार्च को सौंपा था क्योंकि उन्होंने 132 पॉइंट के स्ट्राइक रेट से 251 रन बनाए थे। उसके बाद मिशन मार्स ने कहा कि और कोई उनके बारे में बहुत कुछ बोलता है कि उन्होंने खेल में क्या हासिल किया है लेकिन मुझे इस बात का एहसास हो गया है कि वह अपने खिलाड़ियों की कितनी कदर करते हैं और कितनी कदर नहीं करते।
खबरों के मुताबिक कोविड-19 को हराकर उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि मुझे भारत में बस दुआएं दी गई है उन्होंने कहा कि मैं अपनी शुरुआती चोट से उबरा जो कि बहुत ही मुश्किल था। उन्होंने कहा कि मुझ पर नंबर 3 का भरोसा कर कर बहुत अच्छा किया है क्योंकि मैं नंबर 3 का पूरा फायदा उठा कर टीम को एक बड़े स्कोर की तलवार ले जाऊंगा। इसलिए उन्होंने ऐसा बयान दिया कि दिल्ली कैपिटल्स की टीम को लोगों की बहुत शर्म की बात सुननी पड़ती है।