असम बाढ़(Assam Floods): असम में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है. इससे कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ है। इससे भारी तबाही हुई है। और लोगो की रहने खाने पिने की कुछ भी व्यवस्था नहीं है| असम के 31 जिले इस समय भीषण बाढ़ की चपेट में हैं। इससे 6.8 लाख से ज्यादा लोग रास्ते पर आगये हैं।
कछार, होजई और नगांव जिलों में शुक्रवार को आई बाढ़ में चार लोगों की मौत हो गई और बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है.
रिपोर्ट्स अनुसार जानकारी मिली है की, 93562.40 हेक्टेयर कृषि भूमि और 2,248 गांव अभी भी पानी के भीतर हैं। कुल 74,907 बाढ़ प्रभावित लोग वर्तमान में विभिन्न जिला प्रशासन द्वारा स्थापित 282 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हुए हैं।
राज्य में स्थिति दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। भारतीय वायु सेना (IAF) भी राहत और बचाव के प्रयासों में लगी हुई है। भारतीय वायु सेना (IAF) ने असम की स्थिति से निपटने के लिए परिवहन विमान Mi-17 हेलीकॉप्टर और चिनूक हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं।
भारतीय वायुसेना (IAF) ने कहा है कि लोगों को जरूरी सामान मुहैया कराया जा रहा है. कुल 454 नागरिकों को निकाला गया है। IAF ने बाढ़ राहत प्रयासों के लिए क्षेत्र में 20 NDRF कर्मियों को तैनात किया है। भारतीय वायु सेना (IAF) NDRF और असम सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित 32 जिलों के 3246 गांवों की कुल 8,39,691 आबादी भूस्खलन से प्रभावित हुई है. राज्य में बाढ़ से अब तक कुल 14 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 9 लोगों की मौत बाढ़ से हुई, जबकि 5 की मौत भूस्खलन से हुई. भारतीय सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने दितोचेरा रेलवे स्टेशन पर फंसे 119 यात्रियों को बचाया है। आगे भी कम जरी है| लेकिन अभी तक यहाँ पता नहीं लगा है की कितने लोगो की मोत होचुकी है|