हमारे देश में लोगो बहुत सारी अंधश्रद्धा हो में विश्वास रखते हैं। लेकिन आज हम आपको जो बताने वाले हैं वह अंध श्रद्धा नहीं है। अगर किसी को कोई बीमारी हो तो वह डॉक्टर के पास जाता है। जांच करते समय डॉक्टर मरीज के नाखून भी देखते हैं। बहुत साल पहले के समय में आयुर्वेदाचार्य भी नाखून और जीभ देखकर बीमारी के बारे में पता लगा लेते थे।इसका कारण है कि नाखूनों से इंसान की सेहत का पता लगाया जा सकता है ।
अगर किसी के पैर या फिर हाथ के नाखूनों पर सफेद धब्बे या सफेद निशान दिखते हैं तो इसके पीछे एक बड़ा कारण हो सकता है।आमतौर पर नाखून के सफेद धब्बों को ल्यूकोनीशिया कहा जाता है।इस बीमारी में नाखून की प्लेट को नुकसान पहुंचता है और उनका रंग में बदलाव आता है।अगर आपके नाखून में सफेद निशान देख रहे हैं तो तुरंत आप इसका इलाज करवाइए।
कौन सी ऐसी वजह है कि नाखूनों में सफेद निशान हो जाते हैं?
फंगल इंफेक्शन होने से
फंगल इन्फेक्शन तब होता है जब वातावरण के रोगाणु आपके नाखून हो या आसपास की त्वचा की छोटी-छोटी दरारों में से अंदर चले जाते है। इंफेक्शन के कारण नाखून टूट जाते हैं। या फिर पीले या फिर पूरे रंग के हो जाते हैं। आपको भी ऐसा हो तो आप हाथ या पैर को धोने के बाद अच्छी तरह से सुखा दे, जैन मैदान जैसी सार्वजनिक स्थानों पर नंगे पैर चलना डाल दीजिए।
शरीर में कैल्शियम और जिंक की कमी से भी होता है
इन दोनों तत्व की कमी से बाल रूखे होना, स्किन ड्राई होना, भूख कम लगना, सर्दी वाला संक्रमण, चिड़चिड़ापन होना, मेमोरी कमजोर होना
मिनरल्स की कमी की वजह से
आपके नाखूनों पर सफेद धब्बे इस बात का संकेत हो सकता है कि आप में कैल्शियम या जिंक जैसे मिनरल्स की कमी है। कई प्रकार के पोषक तत्व से बनी होती है इस नाखूनों की प्लेट। इसलिए उस पोषक तत्वों की कमी की वजह से आपको नाखूनों में बदलाव नजर आते हैं।