उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)के अलीगढ़(Aligarh) में एक 10 साल का बच्चा बेहद गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। इस दुर्लभ बीमारी में अगर कोई इस बच्चे को गोद में उठा ले तो उसके शरीर की हड्डियां टूट जाती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यह बीमारी 50,000 बच्चों में से एक को प्रभावित करती है।
मिली जानकारी के अनुसार बच्चे का नाम रोहित है। वह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के घुड़िया बाग इलाके का रहने वाला है। 10 साल के रोहित को गोद में लेने पर उसकी हड्डियां टूटने लगती हैं। रोहित के शरीर के अंग भी टेढ़े हैं। उनका शरीर जन्म से ही ऐसा है। जब एक हड्डी टूट जाती है तो रोहित पूरी रात रोता है। हालात इतने खराब होने के बावजूद रोहित अपनी किराना दुकान पर बैठे हैं। हालांकि वह किसी ग्राहक तक सामान नहीं पहुंचा पा रहे हैं, लेकिन जब ग्राहक आता है तो वह परिवार के किसी सदस्य को बुलाता है।
रोहित के मुताबिक मेरी मां मुझे एडमिशन के लिए स्कूल ले गई, लेकिन मुझे एडमिशन नहीं मिल सका। मुझे पढ़ना अच्छा लगता है। मैं भी पढ़ना चाहता हूं और अफसर बनना चाहता हूं। रोहित के परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। रोहित ने कहा, “अगर कोई मुझे उठाएगा तो मेरी हड्डियां टूट जाएंगी।” केवल माँ ही मुझे उठा सकती है। मैं दुकान पर बैठता हूँ और माँ घर का काम करती है।
रोहित का जन्म 2012 में हुआ था, इलाज में आर्थिक दिक्कतें आ रही थीं
रोहित की मां ने बताया कि रोहित का जन्म साल 2012 में मलखान सिंह अस्पताल में हुआ था। रोहित के जन्म के समय वह बहुत रो रहा था। हमने कई जगह इलाज मांगा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। डॉक्टरों ने बहुत कोशिश की, लेकिन रोहित ठीक नहीं हो सका। हड्डी कई जगह टूट गई थी। कई साल इलाज किया, अब मेरे पास पैसे नहीं हैं। हम एक छोटा परिवार हैं, हम बहुत गरीब हैं। पति रोज 200 रुपए कमाता है। यह कैसे किया जा सकता है?
इसके अलावा रोहित की मां ने कहा कि मैं भी बच्चे के एडमिशन के लिए स्कूल गई थी। लेकिन एडमिशन नहीं हुआ। मेरा सौतेला बेटा ट्यूशन कर रहा है। मैं चाहती हूं कि अगर सरकार कोई मदद करे तो मेरे बेटे का इलाज किया जाए। हालांकि अभी तक मैं किसी अधिकारी या नेता तक नहीं पहुंच पाई हूं। एक बार पूर्व महापौर शकुंतला भारती के पास जरूर गए। वहीं, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप बंसल ने कहा कि 50 हजार में से 1 बच्चे को ओस्टोजेनेसिस इम्परफेक्टा जैसी बीमारी है।