देश में दिल्ली सीमा पर पिछले कई महीनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है. करीब 8 महीने से किसान आंदोलन चल रहा है. अब महिलाएं भी किसानों के समर्थन में सामने आई हैं। आज जंतर मंतर पे महिलाओं द्वारा एक मुहीम चलाई जाएगी।महिलाएं आज किसान संसद के दौरान मौजूदा कृषि प्रणाली और आंदोलन में अपनी भूमिका के साथ कृषि कानून के सभी पहलुओं पर अपना बयान पेश करेंगी।
इसके अलावा, विभिन्न राज्यों की महिलाएं किसान संसद में शामिल होने के लिए किसान मोर्चा तक पहुंच रही हैं। साथ ही किसान संसद के तीसरे सत्र के दौरान महिलाओं को कृषि कानूनों, खासकर मंडी एक पर अपनी बात रखनी होगी। साथ ही उनके सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी।किसान आंदोलन में किसान अपनी मांग की आवाज सरकार तक पहुंचाने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। साथ ही किसान सांसद के तीसरे सत्र की अध्यक्षता की जिम्मेदारी 3 किसान महिलाओं की है।
इसके अलावा, 200 महिला किसान संसद में शामिल होंगी। इसमें पंजाब की 100 और अन्य राज्यों की 100 महिलाएं शामिल होंगी। घर के बाहर की महिलाओं के सभी वर्गों पर इस कानून के प्रभाव पर भी व्यापक चर्चा होगी।साथ ही 27 जुलाई को इस विषय पर किसान प्रतिनिधि से निर्णय व संकल्प लिया जाएगा। साथ ही इन दो दिनों के लिए किसान संसद में केंद्र सरकार के संपर्क कृषि अधिनियम पर चर्चा करेंगे