कोरोना महामारी से सुरक्षा के मद्देनजर देश के तमाम स्कूलों को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया था। यहां तक कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा भी रद्द कर दी गई थी। लेकिन अब देश में कोरोना की दूसरी लहर पर लगाम कस चुकी है ओर अधिकांश राज्य अनलॉक की ओर बढ़ रहे हैं। राज्यों में टीकाकरण का कार्यक्रम जोरों शोरों से जारी है। लेकिन अभिभावक और बच्चों के मन में यह सवाल भी है कि आखिर स्कूलों कब से खोला जाएगा?
शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की आधिकारिक प्रेस वार्ता में नीति आयोग सदस्य वीके पोलने स्कूलों को खोलने पर निर्णय लेते हुए कहा कि स्कूलों को दोबारा तभी खोला जाएगा जब अधिकांश शिक्षकों को टीका लग जाएगा साथ ही बच्चों में संक्रमणके प्रभाव के बारे में वैज्ञानिक जानकारी सामने आएगी।
यह समय बहुत जल्दी आना चाहिए। हमें इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि विदेशों में स्कूल खोले तो गए थे लेकिन संक्रमण के कारण उन्हें बंद भी करना पड़ा था। हम चाहते हैं कि ऐसी स्थिति भारत की ना बने, हम अपने छात्रों और शिक्षकों को ऐसी स्थिति में नहीं देखना चाहते है। डॉ.पोल ने साफ तौर पर कहा कि जब तक हमें यह विश्वास नहीं आ जाता है की अब महामारी हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगी तब तक हम ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे।