भारतीय क्रिकेट के लिए ईससे ज्यादा बुरी खबर सामने नहीं आ सकती थी इससे. बुरे से बुरे सपने में भी भारतीय क्रिकेट से जुड़ा कोई व्यक्ति इस बात की कल्पना नहीं कर सकता था कि टीम इंडिया का एक बल्लेबाज अचानक से लापता हो जाएगा. सुबह बिना किसी को बताए घर से निकलने के बाद इस भारतीय क्रिकेटर का फिर कभी पता नहीं चल सका. न तो कोई शव बरामद हुआ और न ही फिर वो कभी खुद ही सामने आए. इस घटना ने भारतीय क्रिकेट और उसके प्रशंसकों को बुरी तरह हिला कर रख दिया. आज के दिन यानी 16 जून को इस बल्लेबाज का जन्मदिन भी होता है.
भारतीय क्रिकेटर कोटर रामास्वामी का जन्म 16 जून 1896 को मद्रास में हुआ था. वो बुची बाबू नायडू के बेटे थे. उन्हें फादर ऑफ साउथ इंडियन क्रिकेट कहा जाता था. रामास्वामी ही वह भारतीय क्रिकेटर है जो 15 अक्टूबर 1985 में मद्रास स्थित अपने घर से बिना बताए सुबह सुबह निकल गए थे. इसके बाद वह कभी घर नहीं लौटे. न कभी कोई शव मिला. रामास्वामी ने 40 साल 37 दिनों की उमरा में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपना डेब्यू टेस्ट मैच खेला था. यह मुकाबला साल 1936 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था. इतना ही नहीं वो दिन दो टेस्ट क्रिकेटर्स में शुमार होते हैं जिन्होंने भारत के लिए साल 1922 में डेविस कप टेनिस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था.
भारतीय बल्लेबाज कोटर रामास्वामी ने टीम इंडिया के लिए सिर्फ दो ही टेस्ट मैच में हिस्सा लिया.इन दो टेस्ट की चार पारियों में से एक में नाबाद रहते हुए उन्होंने 56.66 के जबरदस्त औसत से 170 रन बनाए. किस खेल के सबसे प्रतिष्ठित प्रारूप में उन्होंने एक अर्धशतक और एक छक्का लगाया. इस दौरान इनका उच्चतम स्कोर 60 रन था.