उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं की बैठको के बाद राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें ने जोर पकड़ा था। मीडिया में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही थी लेकिन इन अटकलों एव चर्चाओं पर योगी आदित्यनाथ ने पहली बार बयान दिया था। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ ने नेतृत्व परिवर्तन से लेकर कोरोना संक्रमण और आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में खुलकर बात रखी थी।
नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोग एवं बैठकों को एक अलग नजरिए से देख रहे हैं और उसे एक राजनीतिक रंग देने की कोशिश में है। इस तरह की बातें आधारहीन है। उन्होंने कहा, नेतृत्व परिवर्तन पर अटकलें लगाने मीडिया की पेशेवर बाध्यता है। वह आर्कषक हैडलाइन एवं ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाने के लिए चीजों को बढ़ाचढ़ाकर ओर सनसनीखेज तरीके से पेश करता है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, सत्ताधारी पार्टी के रूप में हम लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कई सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हो रहा है। चाहे वह कोरोना की पहली लहर हो या दूसरी भाजपा और संघ के कार्यकर्ता अपनी सेवाएं देते आए हैं। लोगों की सेवा करने में अन्य राजनीतिक दल कहीं दिखाई नहीं दे रहे।
उन्होंने कहा, पिछले 4 साल में यूपी में हुए बदलाव को हर कोई देख सकता है। यूपी अब ऐसा राज्य नहीं है जहां हर सप्ताह कोई ना कोई दंगा होता था। राज्य में जाति, समुदाय और भाषा के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। आने वाले समय में प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से यूपी देश का अग्रणी राज्य होगा।