टी20 वर्ल्ड कप 2022 में जब टीम इंडिया की हार हुई थी तो प्रदर्शन पर कई सवाल उठे थे. अब इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने के साथ नए साल की शुरुआत हो गई है। टीम इंडिया के प्रदर्शन और आगे की योजनाओं पर चर्चा के लिए BCCI ने रविवार को समीक्षा बैठक की। BCCI की नजर अब वनडे वर्ल्ड कप 2023 पर है।
इस बैठक में BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सचिव जय शाह के नेतृत्व में टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा, NCA प्रमुख VVS लक्ष्मण भी मौजूद थे. खास बात यह है कि BCCI ने फैसला किया है कि वनडे वर्ल्ड कप के लिए अब से 20 खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा, जिन्हें रोटेशन के हिसाब से वर्ल्ड कप के लिए तैयार किया जाएगा.
20 खिलाड़ियों की सूची तैयार
बोर्ड पहले ही वनडे विश्व कप के लिए 20 खिलाड़ियों का चयन कर चुका है। उनकी फिटनेस, तैयारी और वर्कलोड का ध्यान रखा जाएगा और बारी-बारी से मौका दिया जाएगा। ताकि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वर्ल्ड कप तक खिलाड़ियों की लय बरकरार रहे। BCCI ने पिछले टी20 वर्ल्ड कप और बड़े टूर्नामेंट्स की गलतियों से सबक सीखा है.
IPL में कम ब्रेक
बोर्ड का अहम फैसला यह है कि एनसीए अब खिलाड़ियों और आईपीएल फ्रेंचाइजियों के संपर्क में रहेगा। ताकि वर्ल्ड कप और अन्य अंतरराष्ट्रीय मैचों को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों के वर्कलोड को मैनेज किया जा सके. इसके साथ ही आईपीएल फ्रेंचाइजी पूल में शामिल खिलाड़ियों को विराम या आराम देने पर भी मंथन करें।
अब चुनाव मुश्किल होगा
BCCI ने समीक्षा बैठक में अब यो-यो टेस्ट की वापसी का ऐलान किया है. कुछ समय पहले यो-यो टेस्ट पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन अब इसे वापस लाया गया है। यानी अगर कोई खिलाड़ी को चोट लगती है या दो सीरीज के बीच लंबा गैप है तो खिलाड़ी को यो-यो टेस्ट कराना होता है।
समीक्षा बैठक में ये तीन अहम फैसले लिए गए
- उभरते खिलाड़ियों को अब घरेलू सीरीज में लगातार खेलना होगा, ताकि वे राष्ट्रीय टीम चयन की तैयारी कर सकें।
- यो-यो टेस्ट और डेक्सा चयन प्रक्रिया का हिस्सा होंगे, जिसे सीनियर टीम पूल में खिलाड़ियों पर लागू किया जाएगा।
- एकदिवसीय विश्व कप 2023 और अन्य श्रृंखलाओं को देखते हुए, एनसीए सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी से बात करेगा और खिलाड़ियों के कार्यभार प्रबंधन पर चर्चा करेगा।