जोधपुर के शेरगढ़ में एक शादी समारोह के दौरान एक बड़ा हादसा सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, प्राथमिक जानकारी सामने आई है कि गैस सिलेंडर फटने से 60 लोग झुलस गए. हालांकि घटना के बाद ग्रामीणों ने बहादुरी से आग पर काबू पा लिया और बाद में आग की चपेट में आए लोगों को बाहर निकाल कर अस्पताल ले जाया गया. इस हादसे में दूल्हे के माता-पिता और बहन भी फंस गए। जिसमें से बहन की हालत गंभीर बताई जा रही है. हालांकि शुरुआती जांच में पता चला है कि, इस हादसे में दो लोगों की मौत हुई है.
राजस्थान के जोधपुर के शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भुंगरा गांव में शादी समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान मिठाई के पास गैस सिलेंडर फटने से दर्दनाक हादसा हो गया. गैस सिलेंडर फटने से घर में मौजूद 60 महिला, पुरुष व बच्चे झुलस गए. अचानक सिलेंडर फटने से शादी समारोह में अफरातफरी का माहौल बन गया। इस पर गंभीर रूप से झुलसे लोग चिल्लाने लगे और खुद को बचाने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने बीच-बचाव कर आग पर काबू पाया। आग में फंसे लोगों को निकालकर अस्पताल ले जाया गया।
Jodhpur, Rajasthan | Around 60 people injured after a house caught fire during a wedding in Bhungra village
It’s a very serious accident. 42 people out of the 60 injured were referred to MGH hospital. Treatment is going on: Himanshu Gupta, District Collector (08.12) pic.twitter.com/9DYKOeHFrE
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) December 9, 2022
घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता व गांव एसपी अनिल कयाल मौके के लिए रवाना हो गए। इसके साथ ही जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल को अलर्ट मोड पर रखा गया है. पुलिस ने ट्रैफिक हटाया। ताकि एंबुलेंस मिलने में दिक्कत न हो।
जोधपुर जिलाधिकारी ने क्या कहा?
जोधपुर के जिलाधिकारी हिमांशु गुप्ता ने पूरे मामले में बताया कि, शेरगढ़ के भुंगरा गांव में तगत सिंह के पुत्र बारात की बारात की तैयारी चल रही थी. इसी दौरान मिठाई के पास लगे गैस सिलेंडर में अचानक हुए विस्फोट से 60 अतिथि महिला, पुरुष व बच्चे आग की लपटों में घिर गए। जिसमें बुरी तरह से झुलसी 42 महिलाओं, पुरुषों व बच्चों को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल लाया गया. जहां तैयार खड़ी मेडिकल टीम ने उनका इलाज शुरू कर दिया है।
इसके साथ ही जिला कलक्टर ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है. 8 से 10 महिलाएं, बच्चे और पुरुष 90 फीसदी तक झुलस गए। साथ ही 30 महिला, पुरुष और बच्चे 50 से 70 फीसदी तक झुलसे हैं. शेरगढ़ तहसील अस्पताल में 18 लोगों का प्राथमिक उपचार किया जा रहा है.